ख़बरिस्तान नेटवर्क, चंडीगढ़ : वकीलों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में पिछले मंगलवार की तरह अदालती कामकाज आज भी ठप रहेगा। ऐसे में लोग आज हाई कोर्ट न जाकर अपना समय बचा सकते हैं और परेशानी से बच सकते हैं।
बार एसोसिएशन के सदस्य एडवोकेट वीरिंदर सिंह पर श्री मुक्तसर साहिब की पुलिस की तरफ से किए गए अमानवीय अत्याचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को 29 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया है। बार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के सामने 7 मांगें रखी हैं और इनके पूरा होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री के सामने रखीं 7 मांगें
1. श्री मुक्तसर साहिब के सिटी पुलिस स्टेशन में एडवोकेट विरिंदर सिंह के खिलाफ 15 सितंबर को दर्ज झूठा मामला नंबर 153 रद्द करें।
2. श्री मुक्तसर साहिब के सदर थाने में 25 सितंबर को दर्ज केस नंबर 145 की जांच बिना किसी देरी के सीबीआई को सौंपी जाए।
3. श्री मुक्तसर साहिब के सदर थाने में 25 सितंबर को दर्ज मुकदमा नंबर 145 में आई.पी.सी. और यह अधिनियम 2000 के तहत अतिरिक्त धाराएं जोड़ी जाएंगी।
4. 22 सितंबर को श्री मुक्तसर साहिब की सीजेएम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार आरोपी पुलिसकर्मियों को नामांकित किया जाए।
5. आरोपी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को बिना देरी के गिरफ्तार किया जाये।
6. श्री मुक्तसर साहिब के एसएसपी और अन्य आरोपी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए।
7. पीड़ित वकील वरिंदर सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा की जानी चाहिए।
वकील को दी गई धमकी
बता दें कि बीजेपी के लीगल सेल के संयोजक एनके वर्मा ने पुलिस कर्मियों पर वकील वीरेंद्र सिंह के कपड़े उतारने और उनका वीडियो बनाने का भी आरोप लगाया है। आरोप है कि वकील को यह भी धमकी दी गई कि अगर उसने कोर्ट में मुंह खोला तो वह वीडियो वायरल कर देगा।
मुख्यमंत्री के समक्ष रखी 7 मांगें
1. श्री मुक्तसर साहिब के सिटी पुलिस थाना में एडवोकेट वरिंदर सिंह के खिलाफ 15 सितंबर को दर्ज केस नंबर-153 में झूठा केस कैंसिल करें।
2. श्री मुक्तसर साहिब के सदर पुलिस थाना में 25 सितंबर को दर्ज केस नंबर-145 की जांच बिना देरी CBI को सौंपी जाए।
3. श्री मुक्तसर साहिब के सदर पुलिस थाना में 25 सितंबर को दर्ज केस नंबर-145 में IPC और IT एक्ट 2000 के तहत अतिरिक्त धाराएं समाहित की जाएं।
4. श्री मुक्तसर साहिब की CJM कोर्ट द्वारा 22 सितंबर को दिए आदेश के अनुसार आरोपी पुलिसकर्मियों को नामजद किया जाए।
5. बिना देरी आरोपी पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जाए।
6. श्री मुक्तसर साहिब के SSP समेत अन्य आरोपी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त किया जाए।
7. पीड़ित वकील वरिंदर सिंह और उनके पारिवारिक सदस्यों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा की जाए।
SP-इंचार्ज समेत 6 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज
इससे पहले पंजाब और हरियाणा की अदालतों में बार एसोसिएशन की तरफ से कामकाज ठप करने का पता लगने पर पंजाब सरकार बीते सोमवार की देर रात हरकत में आई। फिर तुरंत श्री मुक्तसर साहिब के SP(D) रमनदीप सिंह भुल्लर समेत CIA इंचार्ज रमन कंबोज और 4 कॉन्स्टेबल हरबंस सिंह, भुपिंदर, गुरप्रीत सिंह और दारा सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
इससे पहले पीड़ित एडवोकेट वरिंदर सिंह संधू ने मेडिकल अफसर के सामने अपनी आपबीती बयां की और न ही CJM कोर्ट में कुछ कहा। हालांकि बाद में कुछ वकील साथियों को पूरी घटना बारे जानकारी दी। इसके बाद वकीलों ने अदालत में अर्जी दायर कर पीड़ित वकील का मेडिकल दोबारा कराने की अपील की। वकीलों की हड़ताल के बाद पंजाब सरकार हरकत में आई और तक जाकर आरोपियों पर केस दर्ज किया गया।