नेपाल में लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 112 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है । इनमें से 34 लोगों की मौत काठमांडू घाटी में हुई है। साथ ही 60 लोग घायल हुए हैं। वहीं कई लोग अभी भी लापता हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मंगलवार तक स्कूल-कॉलेज को बंद रखने का दिया आदेश
प्रधानमंत्री एवं शहरी विकास मंत्री प्रकाश मान सिंह ने गृहमंत्री, गृह सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों समेत अलग अलग मंत्रियों की एक आपात बैठक की। इस दौरान सरकार ने नेपाल में सभी स्कूल-कॉलेज को मंगलवार तक बंद रखने और पूर्व निर्धारित सभी यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को स्थगित करने का आदेश दिया है। सरकार ने घायलों का मुफ्त इलाज करने का फैसला लिया है।
बारिश के कारण सभी नदियां उफान पर हैं। इसकी वजह से काठमांडू के कुछ हिस्सों में पानी भर गया है। कई घर पानी में डूब गये हैं। लोगों को ऊपरी मंजिल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
1970 के बाद से सबसे अधिक बारिश दर्ज
बता दें कि नेपाल में इस साल मानसून के दौरान औसत से अधिक बारिश हुई है। काठमांडू में शनिवार को 1970 के बाद से यह सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। 1970 में ही नेपाल ने पहली बार देश में बारिश को मापने और रिकॉर्ड करने की प्रणाली शुरू की थी।
मौसम विभाग ने भी दी चेतावनी
नेपाल के कारण बिहार के कई जिलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। वहीं मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ के खतरे की चेतावनी भी दी है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने और पूर्वानुमान के मद्देनजर निवारक उपाय करने को कहा है।