देश में इस बार प्रचंड गर्मी पड़ रही है। सुबह हो या फिर रात हर वक्त गर्मी से बुरा हाल है। उत्तर भारत में हीट वेव ने लोगों को घरों के अंदर ही रहने को मजबूर किया हुआ है। पंजाब में भीषण गर्मी से मौसम विभाग ने आज के लिए 13 जिलों में लू का ऑरेंज अलर्ट और 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
चंडीगढ़ में तापमान पहुंचा 46.9 डिग्री के पार
वहीं 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। कई जिलों में तापमान 45 डिग्री के पार गया है। बता दें कि आज चंडीगढ़ में 46.9 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया है।
सामान्य तापमान से 6 से 8 डिग्री ज्यादा
बताया जा रहा है कि इस बार तापमान सामान्य से 6 से 8 डिग्री ज्यादा है। उत्तर भारत में हीट वेव का तांडव लगातार बना हुआ है और कई जिलों में करीब डेढ़ महीने से पारा 45 डिग्री के आसपास बना हुआ है। सामान्य से ज्यादा पड़ रही गर्मी को लेकर हर किसी का एक ही सवाल है कि आखिर इस बार ऐसा क्या हो गया कि गर्मी कम ही नहीं हो रही है और रात-दिन हर टाइम काफी तेज गर्मी पड़ रही है। तो जानते हैं कि आखिर इस बार इतनी ज्यादा गर्मी क्यों है?
दिल्ली में रेड अलर्ट जारी
दिल्ली में गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया जा चुका है। अन्य राज्यों की बात करें तो उत्तरप्रदेश में प्रयागराज सबसे गर्म जिला है, जहां तापमान 47 डिग्री तक पहुंच चुका है। इसके बाद कानपुर, लखनऊ, बांदा, बुंदेलखंड जैसे शहरों का नंबर है. बिहार की बात करें तो प्रदेश में 9 जिलों में रेड अलर्ट है और चार जिलों में येलो अलर्ट है। इसके अलावा नॉर्थ इंडिया के अन्य राज्यों में भी ये ही स्थिति है।
पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग की चपेट में
गर्मी बढ़ने का अहम कारण ग्लोबल क्लाइमेट चेंज है। ग्लोबल वार्मिंग की वजह से अब सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में तापमान बढ़ने की खबरें हैं। यहां तक की लंदन में भी हीटवेव के अलर्ट जारी किए गए हैं। इसकी वजह से ही नॉर्थ इंडिया में हीटवेव की स्थिति लगातार बनी हुई है। साथ ही हर जगह वेदर पैटर्न में बदलाव हुआ है, अल नीनो की स्थिति भी इसका कारण है।
अल नीनो है इसका कारण
अलनीनो की स्थिति में हवाएं उल्टी बहती हैं और महासागर के पानी का तापमान भी बढ़ जाता है, जो दुनिया के मौसम को प्रभावित करता है। इससे तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा गर्मी बढ़ने के कारण एग्रीकल्चर स्थितियों में हो रहे बदलाव, प्रकृति का डिसबैलेंस आदि भी है। पर्यावरण में हो रहे इन बदलाव की वजह से वार्म नाइट की स्थिति बनने लगी है, जिससे रात में गर्मी से आराम नहीं मिलता।