web khabristan hindi news portal
 
  • icon पढ़िए
  • iconदेखिए
  • iconਖbristan
  • Khabristan
×
  • देश
  • पंजाब
  • धर्मायनमः
  • दुनिया
  • बॉली-पॉली
  • खेल
  • चुनाव
  • शिक्षा
  • पब्लिक-इंटरस्ट
  • तंदरुस्तायेनमः
  • कहिये
☰
  • देश
  • पंजाब
  • धर्मायनमः
  • दुनिया
  • बॉली-पॉली
  • खेल
  • चुनाव
  • शिक्षा
  • पब्लिक-इंटरस्ट
  • तंदरुस्तायेनमः
  • कहिये
  • देश
  • पंजाब
  • धर्मायनमः
  • दुनिया
  • बॉली-पॉली
  • खेल
  • चुनाव
  • शिक्षा
  • पब्लिक-इंटरस्ट
  • तंदरुस्तायेनमः
  • कहिये

एंडोमेट्रियोसिस बीमारी ले रही है महिलाओं को चपेट में, रहें सावधान


एंडोमेट्रियोसिस बीमारी ले रही है महिलाओं को चपेट में,
2/28/2024 12:10:37 PM         Kapila tnm        Endometriosis disease, women health, health, lifestyle              Endometriosis disease is affecting women, be careful

 

आज कल इतनी बीमारियाँ हो गयी है कि पता ही नहीं चलता कि आप कब कौन सी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। दरअसल एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में होने वाली गर्भाशय से संबंधित समस्या है। इसमें गर्भाशय के अंदर के टिशू बढ़ जाते हैं और गर्भाशय के बाहर तक फैलने लगते हैं।

यह फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय के बाहरी और अंदरूनी हिस्सों में भी फैल जाते हैं। इससे महिलाओं को तेज दर्द की शिकायत रहती है। ये दर्द तब ज्यादा होता है जब उनका मासिक चक्र आता है। यह ऊतक गर्भाशय के अंदर वाले ऊतक की तरह ही होता है।

लेकिन मासिक चक्र के समय यह बाहर नहीं निकल पाता है, जिसके कारण दर्द ज्यादा महसूस होता है। इस समस्या के कारण महिलाओं में फर्टिलिटी क्षमता भी कम होने लगती है। तो आज हम बताने वाले हैं कि एंड्रियोमेट्रिओसिस की समस्या क्यों होती है और इससे लिस तरह से बचा जा सकता है।

आखिर एंडोमेट्रिओसिस होने के क्या कारण होते हैं

बता दें एंडोमेट्रियोसिस होने का एक कारण है रेट्रोग्रेड मेंस्ट्रुएशन। जिसमें मासिक धर्म के दौरान खून में एंडोमेट्रियल कोशिकाएं आमतौर पर शरीर से बाहर नहीं निकलती हैं। साथ ही यह फैलोपियन ट्यूब से पैल्विक केविटी में वापस प्रवाहित होने लगती हैं।

एंडोमेट्रियल सेल्स सभी पेल्विक अंगों पर चिपक जाती हैं और मासिक धर्म चक्र के दौरान ब्लीडिंग शुरू कर देती हैं।

दूसरा कारण पेरिटोनियल सेल्स का बदलना हो सकता है। जिसे इंडक्शन थ्योरी कहते हैं। पेरिटोनियल कोशिकाओं में बदलाव होने के कारण एंडोमेट्रियोसिस होने की संभावना रहती है। इसमें एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन शुरुआती अवस्था में भ्रूण की कोशिकाओं को परिवर्तित कर सकते हैं।

वहीँ जब किसी प्रकार की सर्जरी कराई जाती है, जैसे सी-सेक्शन या हिस्टेरेक्टॉमी जैसी सर्जरी कराने पर एंडोमेट्रियल कोशिकाएं सर्जरी के चीरे से चिपक सकती हैं।

कमजोर इम्युनिटी भी इसके होने का सबसे बड़ा कारण बनता है। जिसकी वजह से एंडोमेट्रियल ऊतकों को प्रतिरक्षा प्रणाली नष्ट नहीं कर पाती है।

इस तरह से एंडोमेट्रिओसिस से बचाव करें

  • बता दें शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को कम करके एंडोमेट्रियोसिस होने की संभावना से बचा जा सकता है
  • एस्ट्रोजन मासिक धर्म चक्र के समय गर्भाशय की लाइनिंग मोटी हो जाती है। इसके लिए हार्मोनल गर्भनिरोधक दवाओं या गर्भनिरोधक उपचारों के माध्यम से एस्ट्रोजन का लेवल कम किया जा सकता है
  • नियमित रूप से व्यायाम करने से भी एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल कम किया जा सकता है
  • कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन कम करें
  • इसके अलावा महिलाओं को अपनी डाइट का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए

 

 

'Endometriosis disease','women health','health','lifestyle'
khabristan whatsapp

Please Comment Here

Similar Post You May Like

  • One step of the ladder is equal to four steps; know how

    One step of the ladder is equal to four steps; know how A normal step on a straight line is equal to 4 steps taken on level ground

  • क्या लगातार बैठने या खड़े रहने से आपके पैरों में भी होता है दर्द ?

    क्या लगातार बैठने या खड़े रहने से आपके पैरों में भी होता है दर्द ? जानें इसकी वजह और घरेलू इलाज

  • अगर आप भी रखना चाहते अपनी Kidney को स्वस्थ तो करे यह

    अगर आप भी रखना चाहते अपनी Kidney को स्वस्थ तो करे यह एक्सरसाइज

  • धूप में रहने से पुरुषों की भूख बढती है

    धूप में रहने से पुरुषों की भूख बढती है स्टडी में बात आई सामने

  • 35 की उम्र में इन बातों से

    35 की उम्र में इन बातों से खुद को हेल्दी रखें

  • सुबह खाली पेट मूली का सेवन

    सुबह खाली पेट मूली का सेवन कई दिक्कतों से राहत देता है

  • सिर्फ एक चूर्ण कर देगा आपक belly फैट दूर

    सिर्फ एक चूर्ण कर देगा आपक belly फैट दूर होंगे और भी कई फायदें

  • एंडोमेट्रियोसिस बीमारी ले रही है महिलाओं को चपेट में,

    एंडोमेट्रियोसिस बीमारी ले रही है महिलाओं को चपेट में, रहें सावधान

  • अगर आप भी पीरियड्स के  दौरान ये गलतियाँ करती हैं तो आज से सावधान हो जाएं,

    अगर आप भी पीरियड्स के  दौरान ये गलतियाँ करती हैं तो आज से सावधान हो जाएं, वर्ना आपके पेट का दर्द बढ़ सकता है  

  • Dry Mouth In Summer : बार-बार सूख रहा है मुंह तो हल्के

    Dry Mouth In Summer : बार-बार सूख रहा है मुंह तो हल्के में न लें, इन खतरनाक बीमारियों का हो सकता है लक्षण

Recent Post

  • ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है- एयरफोर्स,

    ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है- एयरफोर्स, सीजफायर पर डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान

  • भारत-पाकिस्तान में हुए सीजफायर के बाद छात्रों के लिए अहम खबर,

    भारत-पाकिस्तान में हुए सीजफायर के बाद छात्रों के लिए अहम खबर, परीक्षाओं को लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी ने किया ऐलान

  • इंडियन एयरफोर्स का बड़ा बयान,

    इंडियन एयरफोर्स का बड़ा बयान, ऑपरेशन अभी भी जारी है

  • सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे Highlevel मीटिंग,

    सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे Highlevel मीटिंग, तीनों सेना प्रमुख भी बैठक में शामिल

  • फिरोजपुर में हुए ड्रोन हमले के घायलों को मिलने अस्पताल जाएंगे CM Mann,

    फिरोजपुर में हुए ड्रोन हमले के घायलों को मिलने अस्पताल जाएंगे CM Mann, पंजाब सरकार उठाएगी इलाज का खर्चा

  • सीजफायर पर डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान,

    सीजफायर पर डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान, अगर यह नहीं होता तो लाखों लोग मारे जाते

  •   पंजाब के 10 जिलों में जारी हुआ आंधी-बारिश का अलर्ट,

    पंजाब के 10 जिलों में जारी हुआ आंधी-बारिश का अलर्ट, चलेंगी हवाएं, सबसे गर्म रहा अबोहर-समराला

  • अमृतसर में भारी मात्रा में RDX और हैंड ग्रेनेड बरामद,

    अमृतसर में भारी मात्रा में RDX और हैंड ग्रेनेड बरामद, पुलिस ने BSF के साथ मिलकर नाकाम की आतंकियों की साजिश

  • श्री माता वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा होगी अब और भी आसान,

    श्री माता वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा होगी अब और भी आसान, श्राइन बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला

  • भारत-पाक Ceasefire के बाद जालंधर में अभी भी पाबंदी!

    भारत-पाक Ceasefire के बाद जालंधर में अभी भी पाबंदी! DC ने दिए आदेश, इलाकावासियों से की अपील

Popular Links

  • हमारे बारे में
  • टर्म्स ऑफ यूज़
  • प्राइवेसी पॉलिसी
  • हमसे संपर्क करें
  • हमसे जुड़ें

ऐप डाउनलोड करें

हमसे संपर्क करें

Copyright © 2025

Developed BY OJSS IT CONSULTANCY