लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 2 सीटों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। जिसको चुनाव आयोग ने गंभीरता से लेते हुए करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट के 6 पोलिंग स्टेशन की ईवीएम चेक करवाने का फैसला लिया है। हरियाणा के साथ ही कई अन्य राज्यों से मिली शिकायतों पर आयोग ने ईवीएम चेक करवाने का फैसला किया है।
कांग्रेस उम्मीदवारों की ओर से चुनाव के नतीजों में गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी। इसे लेकर आयोग में शिकायत भी की गई थी। करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें ईवीएम की जांच करने की मांग की गई थी।
EC को 8 बार की गई थी शिकायत
वहीं, फरीदाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र प्रताप ने भी गड़बड़ी की आशंका जताई थी। चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि लोकसभा चुनाव 2024 में EVM में गड़बड़ी की शिकायत के 8 आवेदन आए थे। इनमें हरियाणा के करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट के भी नाम शामिल थे। इनमें EVM की मेमोरी और माइक्रो कंट्रोलर की जांच की मांग की गई थी।
करनाल लोकसभा सीट से करनाल में 2 EVM और पानीपत सिटी की 2 EVM चेक कराई जाएंगी। यानी करनाल लोकसभा सीट की 4 EVM चेक की जाएंगी। वहीं, फरीदाबाद लोकसभा सीट के बड़कल बूथ की 2 EVM चेक कराई जाएंगी।
इन राज्यों में भी होगी EVM चेक
इस तरह करनाल में दो, पानीपत सिटी के दो और फरीदाबाद के बदकल के दो पोलिंग स्टेशन पर ईवीएम की शिकायत मिली थी। इसके साथ ही अलग-अलग पार्टियों के उम्मीदवारों की शिकायत पर आंध्र प्रदेश के दो, छत्तीसगढ़ के चार, महाराष्ट्र के 40 और तमिलनाडु के 20 पोलिंग स्टेशन की ईवीएम चेक कराई जाएंगी।
ईवीएम मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि उम्मीदवारों के अनुरोध पर परिणाम घोषित होने के बाद माइक्रोकंट्रोलर ईवीएम में जली हुई मेमोरी की जांच इंजीनियरों की एक टीम द्वारा की जाएगी। ऐसा अनुरोध परिणाम घोषित होने के 7 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। सत्यापन का खर्च अनुरोध करने वाले उम्मीदवारों द्वारा वहन किया जाएगा। अगर ईवीएम से छेड़छाड़ पाई जाती है तो खर्च वापस कर दिया जाएगा।
दोनों सीटे बीजेपी की है
करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। करनाल से हरियाणा के साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस के उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा को हराया। खट्टर यहां से 2 लाख 32 हजार 577 वोटों के बड़े अंतर से जीते थे। खट्टर का यह पहला लोकसभा चुनाव था। इसके बाद वह मोदी 3.0 कैबिनेट में मंत्री बन चुके हैं। उन्हें शहरी विकास एवं आवास और ऊर्जा मंत्री बनाया गया है।