खबरिस्तान नेटवर्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोगों की धड़-पकड़ के लिए सर्ज अभियान तेज हो चुका है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क से जुड़े मामले में आठ राज्यों में 15 जगहों पर छापेमारी की। ये छापेमारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों (PIOs) से जुड़े संदिग्धों के ठिकानों पर की गई।
जांच में मिली ये चीजें
एनआईए को जांच के दौरान संवेदनशील सामग्री मिली। इसके अलावा कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट्स को जब्त किया है। एनआईए को ऐसे दस्तावेज मिले हैं जो इस बात की पुष्टि करती है कि गोपनीय जानकारी के बदले पैसे दिए गए हैं। एनआईए के अनुसार, जिन लोगों के यहां छापेमारी की गई है वे पाकिस्तानी एजेंटों को वित्तीय सहायता देने का काम करते थे।
इन जगहों पर हुई छापेमारी
दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल।
यह है पूरा मामला
एनआईए ने 20 मई 2025 को आरसी-12/2025/एनआईए/डीएलआई केस दर्ज किया गया था। इस केस के अंतर्गत गिरफ्तार किए गए एक आरोपी 2023 से लगातार पाकिस्तान के एजेंटों के संपर्क में था जो राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारियां साझा कर रहा था।
इन धाराओं के तहत हो रही जांच
बीएनएस 2023 की धारा 61(2), 147, 148, यूएपीए 1967 की धारा 18, शासकीय गोपनीयता अधिनियम 1923 की धारा 3 और 5। देशभर में पाकिस्तान की ओर से पैसे देने के बदले खुफिया जानकारियों को हासिल करने के नेटवर्क पर जांच एजेंसियां कड़ा प्रहार करने में जुटी हुई हैं। देशव्यापी स्तर पर जासूसी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हाल के दिनों में देशभर के कई राज्यों से ऐसे लोगों पर कथित तौर पर आरोप लगे हैं कि वह पाकिस्तान के लिए जासूसी का काम कर रहे और गोपनीय जानकारियां शेयर कर रहे हैं।