जम्मू के रियासी में 9 जून को तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए आतंकी हमले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) करेगी। ये आदेश गृह मंत्रालय ने दिए है। जिसके बाद एक नई एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह कदम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हाईलेवल मीटिंग के बाद उठाया गया है।
UAPA के तहत मामला दर्ज
NIA ने इस मामले में यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है। एनआईए इस हमले की हर पहलू से जांच करेगी। ताकि यह पता लगाया जा सके कि हमले के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने आतंकी हमले की जांच के सिलसिले में कुल 50 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की है।
तीन अन्य हमलों की जांच भी करेगी
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए इस हमले में एक बड़ी साजिश की जांच करेगी, जिसका संबंध कठुआ और डोडा में हुए तीन अन्य हमलों से भी हो सकता है। बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पिछले एक सप्ताह में कई लोगों से पूछताछ की है, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जो आतंकवादियों का समर्थन करते थे।
9 से 10 लोगों की हुई मौत, 42 से ज्यादा घायल हुए थे
बता दें कि 9 जून को आतंकवादियों ने शिव खोड़ी मंदिर से कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही 53 सीटों वाली बस पर गोलीबारी की, जिससे वह सड़क से उतरकर पोनी क्षेत्र के तेरयाथ गांव के पास गहरी खाई में गिर गई। बस में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्री सवार थे। इस घटना में 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 42 अन्य घायल हो गए।
पुलिस ने 20 लाख रुपए रखा है इनाम
चश्मदीदों के बयानों के आधार पर पुलिस ने उसके बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
गृह मंत्री अमित शाह ने की हाईलेवल मीटिंग
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को हाईलेवल मीटिंग की थी। इस मीटिंग में उन्होंने कहा कि आतंकवाद को कुचलना जरूरी है और किसी भी कीमत पर उसे फिर पनपने नहीं दिया जा सकता। अधिकारियों को संदेश देते हुए शाह ने यहां तक कहा है कि आतंकवाद समर्थकों को छोड़ा नहीं जा सकता है और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी होगी।