लाइफस्टाइल ऐसा हो गया है कि हर किसी को कोई न कोई सेहत से जुडी प्रॉब्लम होती ही है। ऐसे में अगर बात करें शरीर के बेहद इम्पोर्टेन्ट अंग लीवर की, तो आज की तारिख में सबसे ज्यादा लोगों को फैटी लीवर की प्रोबेल्म हो रही है।
इसके कारण बॉडी के अन्य पार्ट्स भी डैमेज भो रहे हैं। आपको बता दें पंजाब में सबसे ज्यादा लोगों को अल्कॉहोलिक लीवर डिजीज हो रही है। इसका कारण की यहाँ के लोग बहुत ज्यादा मात्रा में अल्कोहल का सेवन कर रहे हैं। इसके बारे में और भी जानकारी जालंधर के पटेल हॉस्पिटल के लीवर से जुडी बिमारियों के एक्सपर्ट्स डॉक्टर वरुण गुप्ता ने दी है।
अल्कॉहोलिक लीवर डिजीज क्या होता है
डॉक्टर गुप्ता ने बताया जब आप बहुत ही अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं तो वो फैटी लिवीर का कारण बनता है। वहीँ ये डिजीज पंजाब में नंबर दो पर है इसका कारण की शराब का अधिक सेवन जो लोगों को डाइजेस्ट नहीं होता है और लीवर डैमेज होता है।
वहीँ ये भी बता दें अल्कॉहोलिक लिवर रोग फैटी लिवर से शुरू होता है और फाइब्रोसिस और सिरोसिस तक चला जाता है, साथ ही अल्कॉहोलिक लिवर रोग का एक गंभीर रूप जिसे अल्कोहलिक हेपेटाइटिस के रूप में भी जाना जाता है।
लिवर की बीमारियों के शुरुआती लक्षण ये हो सकते हैं
- भूख न लगना, हर समय पेट भरा हुआ लगना, जैसे लक्षण लिवर की सूजन या हेपेटाइटिस के शुरुआती चरणों में देखने को मिल सकते हैं। मरीज़ों को खाना खाने की इच्छा बिल्कुल खत्म हो जाती है और खाना देखकर भी उन्हें परेशानी हो जाती है
- व्यक्ति को किसी भी तरह का शारीरिक कार्य करने में मन न लगना, थकान का अहसास होना, वहीँ ये थकान का अहसास बीमारी के गंभीर होने या लिवर में सूजन के बढ़ने के साथ-साथ बढ़ता जाता है
- इसके अलावा अचानक से वज़न कम होना, वहीँ जब व्यक्ति वज़न कम करने की कोशिश भी नहीं कर रहा हो, तो भी अचानक से वज़न कम होना शुरुआती दौर की लिवर की बीमारी का लक्षण हो सकता है
- लिवर की बीमारी शुरुआती दौर में होती है, ऐसे में बिलीरुबिन का स्तर 2-3 एमजी% होना सामान्य बात है और इसे आंखों व मूत्र में देखा जा सकता है। आंखों में ऊपर की ओर सफेद हिस्सों की सामान्य जांच से यह पता लगाने में मदद मिल सकती है कि यह पीलापन शुरुआती स्तर की बीमारी से जुड़ा है या नहीं
- पेट के ऊपरी हिस्से के दाईं ओर भारीपन महसूस होना, लिवर के ऊपर कैप्सूल को परेशान करने वाले लिवर के टिशू का लक्षण है। मरीज़ को बिना किसी गंभीर दर्द या परेशानी के पेट के दाएं हिस्से में संवेदनशीलता महसूस होती है