फिरोजपुर में जीरा के पूर्व कांग्रेस विधायक कुलबीर सिंह जीरा को कोर्ट से राहत मिल गई थी, फिलहाल उनकी रिहाई नहीं होगी। कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली थी। कुलबीर जीरा के खिलाफ पुलिस ने एक और धारा जोड़ दी है। यह धारा 107,151 है। जीरा पर पहले सरकारी दफ्तर में घुसकर मिसबिहेव और काम में दखलअंदाजी का केस दर्ज हुआ था।
इसी केस में उन्हें जमानत मिली थी, लेकिन अब नई धारा जोड़े जाने से फिर से जमानत लेनी पड़ेगी। इस वजह से जीरा अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे। इससे पहले बुधवार को कोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी। आज उनकी रोपड़ जेल से रिहाई होनी थी।
कुलबीर सिंह जीरा ने बीडीपीओ दफ्तर में तीन दिन, रात तक लगातार धरना दिया था और सरकारी अधिकारियों के कमरों तक के अंदर धरना लगाया था। जिसके बाद पंचायती ऑफिसर की शिकायत पर कुलबीर सिंह जीरा के खिलाफ 12 अक्टूबर को थाना सिटी जीरा में मामला दर्ज किया गया था। वहीं इसी मामले में जीरा को सुबह साढ़े चार बजे उनके घर से ही गिरफ्तार कर लिया था।
समर्थकों ने नारेबाजी की थी
गिरफ्तार के बाद जीरा को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।जीरा की गिरफ्तारी के विरोध में समर्थकों ने नारेबाजी की थी। उन्होंने कुलबीर जीरा को फिरोजपुर से रोपड़ जेल ले जाते वक्त पुलिस काफिले को तलवंडी में रोक दिया था। पूर्व विधायक जीरा ने कहा था कि मैं सरकार व स्थानीय विधायक के खिलाफ हाईकोर्ट का रुख करूंगा।
मैने करने थे खुलासे - जीरा
विधायक ने कहा था कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिरोजपुर एसएसपी की नाक के नीचे हो रहे नशे के कारोबार अवैध माईनिंग के बारे में और इसे कौन लोग कर रहे हैं इसके बारे में खुलासे करने वाले थे। इसी के डर से उन्हें सुबह ही गिरफ्तार कर लिया गया।
अस्सी लोगों पर दर्ज पर्चा
जीरा के खिलाफ दर्ज शिकायत के अनुसार BDO ने बताया था कि जीरा 70 से 80 समर्थकों के साथ बुधवार को उनके दफ्तर में जबरदस्ती आ गए थे। साथ ही कांग्रेस नेता पर काम में बाधा डालने और आधिकारिक रिकॉर्ड्स को भी नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे थे।
जीरा ने सोशल मीडिया पर दी थी सफाई
FIR दर्ज होने के बाद जीरा ने सोशल मीडिया पर वीडियो डाला, जिसमें जीरा ने कहा था कि वह अपने इलाके के सरपंचों को उनका हक दिलाने के लिए बीडीपीओ दफ्तर में चल रहे धरने में पहुंचे थे। इसी वजह से उनके और उनके साथियों पर यह मुकदमा दर्ज किया गया।
11 बजे देने थे सबूत
जीरा ने कहा था- पंजाब में बदलाव लाने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी की मौजूदा सरकार के फैसले का मैं स्वागत करता हूं। 17 अक्टूबर दोपहर 12 बजे मैं फिरोजपुर के धन-धन बाबा बुड्ढा साहिब जी पर माथा टेकूंगा। उसके बाद पंजाब की 18 महीने पुरानी AAP सरकार के विधायकों और अधिकारियों के खिलाफ सबूत सार्वजनिक करते हुए गिरफ्तारी दूंगा, लेकिन इससे पहले ही उन्हें सुबह घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
सरकार पर भी जमकर आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि भगवंत मान सरकार के खिलाफ बोलने पर उनके खिलाफ ऐक्शन लिया गया है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पर बदले की राजनीति के भी आरोप लगाए।