खबरिस्तान नेटवर्क: अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारत और पाकिस्तान के बीच में एक नया राजनयिक विवाद खड़ा हो चुका है। भारत से अपने देश वापिस आ रहे पाकिस्तानी नागरिकों को पाकिस्तान ने लेने से मना कर दिया है। भारतीय इमीग्रेशन अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान ने आज सुबह 08 बजे से अपना रिसिविंग काउंटर को बंद कर दिया है जिसके कारण दर्जनों पाकिस्तानी नागरिक बॉर्डर पर ही फंसे हुए हैं।
पाकिस्तान की हो रही सोशल मीडिया पर आलोचना
जो लोग बॉर्डर पर फंसे हुए हैं उन लोगों में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। उनके पास न तो रुकने की जगह है और न ही खाने-पीने की व्यवस्था। इस अनपेक्षित फैसले के बाद अटारी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ गई है। वहीं पाकिस्तान की इस हरकत की सोशल मीडिया पर भी बहुत आलोचना भी हो रही है। लोग इस हरकत को काफी शर्मनाक हो रहे हैं।
भारत सरकार ने बढ़ाई पाकिस्तानी लोगों की समय सीमा
भारत सरकार ने साफ कह दिया है कि वह पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश लौटने की अनुमति देती रहेगी। गृह मंत्रालय ने अपने पुराने आदेश बदलते हुए बॉर्डर को फिलहाल खुला रखने का फैसल किया है। इससे पहले 30 अप्रैल से बॉर्डर को बंद करने का निर्देश जारी किया गया था। यह फैसला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक खतरनाक आतंकी हमले के बाद लिया गया था जिसमें करीबन 26 लोग मारे गए थे। इस हमले को सीमा पार से आया आतंकवादी हमला बताया जा रहा था। इसके बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा भी रद्द करना शुरु कर दिया था।
पिछले हफ्ते वापिस लौटे 800 पाकिस्तानी नागरिक
पिछले एक हफ्ते में भारत से करीबन 800 पाकिस्तानी नागरिक वापिस अपने देश लौट चुके हैं। इसमें से 55 राजनयिक और उनके स्टाफ के सदस्य भी शामिल हैं। वहीं करीबन 1500 भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान से लौट चुके हैं। सरकार की सख्ती को लागू करने के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी बात की है और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक निर्धारित समय सीमा से ज्यादा भारत में न ठहरे।