ख़बरिस्तान नेटवर्क : हरियाणा निवासी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी आतंकियों की गोली का शिकार हो गए। पोस्टिंग कोच्चि में थी। सात दिन पहले शादी हुई। पत्नी के साथ पहली बार कश्मीर गए थे, सिर्फ तीन दिनों में ही आतंकियों ने इस जोड़े को हमेशा के लिए अलग कर दिया।
Pahalgam Terrorist Attack में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (Vinay Narwal) की इस आतंकी हमले में मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 16 अप्रैल को ही उनकी शादी हुई थी। हनीमून के लिए पहलगाम गए थे। हमले के बाद वायरल तस्वीर जो लगभग सभी अखबारों में छपी है उसमें विनय जमीन पर पड़े दिख रहे हैं और बगल में पत्नी बैठी है।
IB अधिकारी को भी मारी गोली
पहलगाम के इस आतंकी हमले में हैदराबाद में तैनात इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) अधिकारी की मौत हुई है। मृतक मनीष रंजन पुरुलिया के रहने वाले थे। वह छुट्टी पर अपने परिवार के साथ कश्मीर गए हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें उनकी पत्नी और बच्चों के सामने गोली मारी गई। मनीष रंजन पिछले दो साल से हैदराबाद स्थित IB ऑफिस के मिनिस्ट्रियल सेक्शन में तैनात थे।
मनीष अपनी पत्नी और बेटे के साथ जिस गाड़ी में यात्रा कर रहे थे, उसे आतंकवादियों ने रास्ते में रोक लिया। आतंकियों ने उनकी पत्नी और बेटे को तो कुछ नहीं कहा, मगर मनीष रंजन को बेहद करीब से गोली मार दी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
कलमा न पढ़ सका तो मार दी गोली
उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी कारोबारी शुभम द्विवेदी शादी के बाद दूसरी बार पहलगाम गए थे। पत्नी और उनके परिवार के कुल मिलाकर 11 लोग जम्मू-कश्मीर में छुट्टियां मनाने गए थे। आतंकवादियों (Pahalgam Terrorists Attack) ने शुभम को कलमा पढ़ने के लिए कहा। जब वह नहीं पढ़ पाए तो उन्हें गोली मार दी। पत्नी को ये कहते हुए छोड़ दिया कि वो जाकर सरकार को बताएं कि आतंकियों ने क्या किया है।

एमबीए पास शुभम कानपुर के चकेरी में फैमिली सीमेंट बिजनेस में काम कते थे। शुभम के चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि शादी के बाद वह एक बार पहलगाम जा चुके थे। इस बार उन्होंने तय किया कि परिवार के साथ जाएंगे। शुभम और ऐशान्या दोनों के परिवार के 11 लोग 17 अप्रैल को कानपुर से पहलगाम के लिए निकले थे। वे 23 अप्रैल को वापस लौटने वाले थे।

सौरभ ने बताया कि पहलगाम में शुभम और उनकी पत्नी ऐशान्या ने घोड़े पर पहाड़ पर जाने का फैसला किया। तभी आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। सौरभ ने बताया कि उन्होंने घटना का वीडियो देखा, जिसमें शुभम भी था। उसकी पत्नी ने बताया कि आतंकवादियों ने उससे उसका नाम पूछा।
फिर उसे कलमा पढ़ने के लिए कहा। जब वो कलमा नहीं पढ़ पाया तो उसे गोली मार दी। ऐशान्या ने सौरभ को बताया कि उसने आतंकवादियों से उसे भी गोली मार देने के लिए कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया। आतंकियों ने उससे कहा कि वह वापस जाए और सरकार को बताए कि उन्होंने क्या किया है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए। दोपहर करीब 2.30 बजे ये आतंकी हमला हुआ था।