ख़बरिस्तान नेटवर्क : सिख अलगाववादी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' (Sikhs for Justice) पर शिकंजा कसने के लिए भारत ने अमेरिका से कहा है। अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) की मीटिंग के बाद ये बात सामने आई है।
समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक राजनाथ सिंह ने अमेरिका से भारत को अस्थिर करने की साजिश रचने वाले अलगाववादी संगठन एसएफजे को आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांग की है। एसफजे के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कनेक्शन होने की भी बात कही गई है।
2019 में एसएफजे को भारत सरकार ने आतंकी संगठन घोषित किया था। गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ हत्या की साजिश के अलावा कनाडा ने एक अन्य खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था। हालांकि, भारत ने निज्जर की हत्या के आरोपों को दृढ़ता से बार-बार खारिज कर दिया। इसके बाद कैनेडा के साथ भारत ने रिश्तों में दूरी बना ली।
सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि राजनाथ और गबार्ड के बीच इस्लामी आतंकवाद के संकट को लेकर भी चर्चा हुई। मीटिंग के बाद जब पत्रकारों ने गबार्ड से पूछा कि ट्रम्प प्रशासन पाकिस्तान से भारत पर बार-बार होने वाले आतंकी हमलों को कैसे देखता है? इस पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प अपने पहले कार्यकाल से ही इस्लामी आतंकवाद को हराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बहुत स्पष्ट रहे हैं। इस खतरे ने दुर्भाग्य से हमें काफी परेशान किया है और अभी भी अमेरिकी लोगों के लिए सीधा खतरा बना हुआ है।
गबार्ड ने कहा कि - हम देखते हैं कि यह भारत में,बांग्लादेश में और (वर्तमान में) सीरिया में, इज़राइल और मध्य पूर्व के विभिन्न देशों में लोगों को कैसे प्रभावित कर रहा है। ऐसे में यह एक ऐसा खतरा है जिसे मैं जानती हूं कि प्रधानमंत्री मोदी भी गंभीरता से लेते हैं। हमारे दोनों देशों के नेता इस खतरे की पहचान करने और उसे हराने के लिए मिलकर काम करेंगे।
सिख फॉर जस्टिस (SFJ) को गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका से ही चलाता है। पन्नू भारत से स्वतंत्र ‘खालिस्तान’ नाम के अलग सिख देश की वकालत करता है। पन्नू ने साल 2007 में इसका गठन किया था।