आम आदमी पार्टी ने SYL को लेकर अकाली दल और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि दोनों पार्टियां पंजाब के लोगों को जानबूझकर गुमराह कर रही है। यह मुद्दा पंजाब के लोगों की भावनाओं के साथ जुड़ा मुद्दा है। इसलिए आम आदमी पार्टी और भगवंत मान सरकार का इस मामले पर रूख स्पष्ट है कि पंजाब सरकार SYL नहीं बनने देगी और न ही पंजाब के पानी का एक भी बूंद दूसरे राज्य को देगी।
जाखड़ और पीएम मोदी पर साधा निशाना
आप नेता कंग ने कहा कि कल प्रधानमंत्री ने राजस्थान में SYL को लेकर पंजाब के खिलाफ बयान दिया। जिसमें वह बोल रहे थे कि कुछ राज्य पानी के लिए हमेशा लड़ते झगड़ते हैं। जब सुनील जाखड़ कांग्रेस में थे तब वह कहते थे इस मामले का हल प्रधानमंत्री ही निकाल सकते हैं। तो वह अब पीएम को क्यों नहीं कहते।
कंग ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नीयत खराब है इसीलिए वह इस मसले को लटका रहे हैं। अगर वह चाहें तो दो दिन में इस मसले का हल कर सकते हैं। अब तो सुनील जाखड़ भाजपा में ही है। अब वह प्रधानमंत्री क्यों नहीं कहते कि इस मसले का जल्दी समाधान कर दीजिए।
सुखबीर बादल पर भी साधा निशाना
अकाली दल बादल पर हमला बोलते हुए कंग ने कहा कि सुखबीर बादल इस मामले पर चुप ही रहे तो बेहतर होगा। क्योंकि SYL के लिए सबसे पहले उनके पिता प्रकाश सिंह बादल ने ही मुख्यमंत्री रहते हुए 1978 में SYL के लिए जमीन अधिग्रहण करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था।
यह नोटिफिकेशन उन्होंने अपने प्रिय मित्र हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल के कहने पर जारी किया था। इसके बाद प्रकाश सिंह बादल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल को एक और चिट्ठी लिखी कि SYL के लिए जमीन अधिग्रहण करने के लिए हरियाणा सरकार पंजाब सरकार को से 3 करोड़ रुपए दे। यह बात ऑन रिकॉर्ड है।
कंग ने आरोप लगाया कि SYL के बदले बादल परिवार ने चौधरी देवीलाल की सरकार से गुड़गांव में फाइव स्टार होटल के लिए प्लॉट लिया। इसके अलावा भी बादल परिवार ने हरियाणा में चौधरी देवीलाल के माध्यम से अरबों रुपए की संपत्ति बनाई।
भाजपा अकाली दल भड़काने का काम कर रही
कंग ने कहा की मुख्यमंत्री भगवंत मान पर आरोप लगाने से पहले सुखबीर बादल को अपना इतिहास पलट कर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के समय पंजाब और हरियाणा के किसानों के बीच जो रिश्ते बने थे, उसे भाजपा और अकाली दाल तोड़ने की कोशिश कर रही है। भाजपा हरियाणा में और अकाली दल पंजाब में SYL के मुद्दे पर लोगों को भड़का रही है।
कांग्रेस पर भी उठाए सवाल
कंग ने कांग्रेस को भी लपेटा और कहा कि 1980 में कांग्रेस के मुख्यमंत्री दरबारा सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया था कि हरियाणा और राजस्थान को जितना मर्जी पानी दे दिया जाए, हमें कोई एतराज नहीं है। यह हलफनामा उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर दिया था। उसके बाद 1982 में पटियाला के कपूरी गांव में इंदिरा गांधी और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एसवाईएल के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया।