इलेक्शन कमिशन ने अजित पवार के गुट को NCP का असली हकदार माना है। इलेक्शन कमिशन ने कहा कि शरद पवार की पार्टी को बुधवार 7 फरवरी को नया नाम और नया चुनाव चिन्ह दिया जाएगा।
30 जून को इलेक्शन में दायर की गई थी याचिका
शरद से बगावत के बाद अजित ने दावा किया था कि NCP का बहुमत उनके पास है। इसलिए पार्टी के नाम और सिंबल पर उनका अधिकार है। अजित ने 30 जून को चुनाव आयोग में याचिका दायर कर NCP पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किया था और चुनाव आयोग के सामने 9 हजार से ज्यादा दस्तावेज पेश किए थे।
2 जुलाई को शरद पवार के साथ तोड़ा नाता
आपको बता दें कि अजित पवार 2 जुलाई 2023 को NCP के 8 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। उन्होंने अपने साथ NCP के 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। गठबंधन सरकार में अजित को डिप्टी CM बनाया गया था।