वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास मंगलवार सुबह-सुबह 2 मकान गिर गए। जिसमें ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी समेत 9 लोग मलबे के अंदर दब गए। घटना के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। इसके NDRF की टीम ने 6 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के में 8 लोगों को बाहर निकाल लिया। हादसे में एक महिला की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि यह हादसा सुबह-सुबह करीब 3 बजे के आस-पास हुआ है।
तंग गली के कारण मैनुअली करना पड़ा रेस्क्यू
रेस्क्यू टीम को मलबे के अंदर दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। क्योंकि जिस गली में घर बना हुआ है वह तंग और वहां पर मशीन नहीं जा सकती। जिसके बाद पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन मैनुअली तरीके से किया गया, फिर उसके बाद मलबे से लोगों को बाहर निकाला गया। इसी कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में 6 घंटे लग गए।
पीएम ने पुलिस अधिकारी से की बात
वाराणसी से सांसद पीएम मोदी ने इस मामले पर पुलिस अधिकारी से बात की। उन्होंने पुलिस कमिश्नर मौजूदा स्थिति के बारे में भी पूछा। कमिश्नर ने बताया कि मृतक महिला और जख्मी लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। जख्मियों का अस्पताल में ईलाज करवाया जा रहा है।
अनुमति न मिलने के कारण हुआ हादसा
वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि मकान मालिक घर को ठीक करवाना चाहते थे, लेकिन काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में किसी भी निर्माण के लिए अनुमति लेनी पड़ती है। उन्होंने मंदिर प्रशासन से लेकर नगर निगम से अनुमति मांगी थी कि मकान को गिरा कर दिया जाए या मरम्मत कराने के आदेश दिया जाए, लेकिन अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने मकान के मरम्मती के लिए सामान भी मंगा लिया था।