पंजाब में बारिश का दौर लगातार जारी है। जिसके कारण 7 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का के 150 से अधिक गांव डूब गए। वही भारी बारिश को देखते हुए 30 अगस्त तक स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया गया है। वही दूसरी तरफ सरकार ने बाढ़ प्रभावित एरिया में कर्मचारियों और अधिकारियों की छुटि्टयां कैंसिल कर दी हैं। वही आज सीएम भगवंत मान आज गुरदासपुर और पठानकोट का दौरा करेंगे।
बता दे कि NDRF, SDF के सेना की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए हुए हैं। अभी तक अलग-अलग स्थानों से 92 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। बाढ़ को देखते हुए, पंजाब सरकार ने राज्य के सभी जिलों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।

पठानकोट का चक्की पुल बंद
वही खराब मौसम के कारण पठानकोट का चक्की पुल बंद है , भारी बारिश के कारण पानी से पुल को काफी नुकसान पहुंचा है और जमीन धंस गई है। पठानकोट-मुकेरियां मार्ग पर ब्यास नदी पर गांव ढांगू के पास रेलवे पुल को भी खतरा पैदा हो गया है। इसके चलते रेलवे ने कई ट्रेनें परिवर्तित कर दी हैं।
बारिश का रेड अलर्ट जारी
वही मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने आज पठानकोट, गुरदासपुर, बरनाला, संगरूर और मनसा में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया था। बाकी जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
पहाड़ों में हो रही भारी बारिश और लगातार बादलों के फटने से नहरें और नाले उफान पर हैं और इसका सीधा असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण मैदानी इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं और इसका असर जहां आम लोगों पर पड़ा है। अगर पठानकोट जिले की बात करें तो पठानकोट जिले में चक्की रेलवे पुल चक्की नदी की चपेट में आ गया है और चक्की नदी के कारण पुल के नीचे की अधिकतर मिट्टी बहकर चक्की में आ गई है, जिससे पुल के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। इसे देखते हुए रेलवे प्रशासन ने इस पुल को बंद कर दिया है और इस पुल के जरिए पठानकोट से जालंधर या दिल्ली जाने वाली ट्रेनों का रूट डायवर्ट करके अमृतसर के रास्ते भेजा जा रहा है, जो अमृतसर होते हुए जालंधर जाती हैं और फिर दिल्ली या अन्य जगहों पर जाती हैं।