खबरिस्तान नेटवर्क: पहलगाम में हुए आतंकी हमले को एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है। नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी मामले की जांच भी कर रही है। एनआईए के चीफ सदानंद दाते गुरुवार को दोपहर में पहलगाम में पहुंचे हैं। इसके बाद वे घटनास्थल पर भी जाएंगे जहां पर आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या हुई थी।
क्राइम स्पॉट को अच्छे से समझा पाए
वहीं एनआईए की टीम इलाके की 3डी मैपिंग भी करेगी ताकि क्राइम स्पॉट को अच्छी तरह से समझ पाए। आतंकी कहां से आए थे और किस रास्ते से गए हैं इसकी जानकारी मिलेगी। आंतकियों ने हमला करने से पहले चार स्थानों पर रेकी भी की थी। इसमें बायसरन के अलावा अरु वैली, बेताब वैली और एम्यूजमेंट पार्क शामिल है।
पाकिस्तान ने अमेरिका से मांगी मदद
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, इंडियन नेवी ने वॉरशिप को अलर्ट पर रखा हुआ है। पिछले दिनों अरब सागर में एंटीशिप और एंटी एयरक्राफ्ट फायरिंग की प्रैक्टिस की गई है। गुजरात के नजदीक कोस्ट गार्ड की भी तैनाती की गई है। वहीं पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बॉर्ड पर चौकियों पर अपने झंडे एक बार फिर से लगा दिए हैं। एक दिन पहले पाक ने चौंकियों से झंडे हटा दिए थे। इसी बीच पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद मांगी है। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका से अपील भी की है कि वह भारत पर जिम्मेदारी से पेश आने और बयानबाजी कम करने का दबाव बनाए। इसके बाद अमेरिका विदेश मंत्री मार्को रुबियो से शरीफ ने यह भी कहा है कि भारत को उकसाने वाले रवैये से क्षेत्रीय हालात बिगड़ सकते हैं। रुबियो ने बुधवार रात शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की है। उन्होंने पहलगाम हमले की निंदा की है और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ ही है।