यूट्यूब अपने यूजर्स के लिए एक बदलाव किया है। Youtube ने ऐसे यूजर्स के लिए स्पीड कम करने जा रही है जो Ad Blocker का इस्तेमाल करते हैं। अब आपको ऐड ब्लॉकर यूज करने पर वीडियो की स्पीड स्लो मिलने वाली है। बता दें कि Youtube की तरफ से ये बदलाव पिछले साल से ही किए जा रहे हैं, लेकिन अब इन्हें लागू कर दिया गया है।
यूजर्स को स्लो लोडिंग टाइम प्रोसेसिंग से छुटकारा पाने के लिए उनके पास एक ही तरीका है या तो वह ऐड ब्लॉकर के लिए अलग से चार्ज करें या प्रीमियम प्लान खरीदें। यूट्यूब ने ये फैसला रेवेनयू को देखते हुए लिया है क्योंकि यूजर्स ऐड ब्लॉक करते हैं तो इसका सीधा असर कमाई पर होता है।
पेड प्रीमियम सर्विस लागू
जानकारी मुताबिक Youtube Views ऐड ब्लॉकिंग को टर्म्स ऑफ सर्विस का उल्लंघन माना जाता है। अब अगर कोई यूजर ऐड फ्री कंटेंट का आनंद उठाना चाहता है तो उसके लिए Youtube की तरफ से अलग से पेड प्रीमियम सर्विस दी जाती है। इसकी मदद से Youtube को काफी रेवेन्यू जनरेट होता है। लेकिन अब कई लोग थर्ड पार्ट ऐड ब्लॉकर का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब कंपनी ने इससे निपटने के लिए अलग-अलग रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
पहले दिया जाता है मैसेज
पहला तरीका है कि पोप अप मैसेज की मदद से इसे रोका जाना क्योंकि एड ब्लोकर यूज करने का सीधा मतलब होता है कि आप Youtube की टर्म ऑफ सर्विस पर रोक लगा रहे हैं। यूजर्स को इसके बाद एक मैसेज भी दिया जाता है और उनसे ऐड ब्लॉकर हटाने की रिक्वेस्ट की जाती है। हालांकि कई यूजर्स को इस चेतावनी से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जबकि दूसरी पॉलिसी के तहत यूट्यूब की तरफ से वीडियो की स्पीड स्लो कर दी जाती है।