चंडीगढ़ के PGI अस्पताल में महिला हरप्रीत कौर को जहरीला इंजेक्शन यूट्यूब से देखकर बनाया गया था। इसका खुलासा पुलिस की पूछताछ के दौरान हुआ है। हिरासत में लिए गए चारों आरोपियों ने बताया कि पीड़ित हरप्रीत कौर के भाई जसमीत ने अपने जीजा बूटा सिंह के साथ मिलकर साजिश रची थी। दोनों ने 10 लाख रुपए में हरप्रीत को मारने का सौदा किया था।
ऐसे बनाया था जहरीला इंजेक्शन
हरप्रीत कौर का ईलाज कर रहे डॉक्टरों को उसके शरीर से कोई एक्टिविटी नहीं मिल रही थी। डॉक्टरों के लिए यह जानना काफी अहम हो गया था कि पीड़ित महिला को किस किस्म का जहर दिया गया है। जब पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि जसमीत सिंह, बूटा सिंह और मनदीप ने यूट्यूब से जहरीला इंजेक्शन बनाना सीखा। इसमें उन्होंने कॉकरोच, सैनिटाइजर और नींद की गोलियां मिलाई थीं।
अस्पताल के कर्मचारी को भी साजिश में किया शामिल
पूछताछ में सामने आया है कि जसमीत सिंह और उसके जीजा बूटा सिंह ने इस साजिश अस्पताल में काम करने वाले मनदीप सिंह से संपर्क किया। मनदीप सिंह ने प्लानिंग के तहत केयरटेकर का काम करने वाली युवती जसप्रीत कौर से संपर्क किया। जसप्रीत कौर को कहा गया कि एक दिन की पीजीआई में केयरटेकर की जरूरत है। उसे मल्टीविटामिन का इंजेक्शन देना है। इसके लिए उसे 3000 रुपए दिए जाएंगे। जिसमें से मनदीप ने 1000 रुपए उसे ऑनलाइन ट्रांसफर भी कर दिए।
जसमीत सिंह ने 10 लाख रुपए में सौदा तय करने के बाद 50 हजार अपने जीजा बूटा सिंह को दिए थे। यह पैसे बूटा सिंह ने आगे मनदीप सिंह को दे दिए थे। मनदीप सिंह ने इन्हीं 50 हजार में से ₹1000 केयर टेकर जसप्रीत कौर को ट्रांसफर किए थे।