चंडीगढ़ में रहने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। इस महीने के अंत तक 88 मैगावाट सोलर एनर्जी पैदा करने वाला चंडीगढ़ पहला देश बन जाएगा। शहर की आबादी और एरिया के अनुपात के हिसाब से दिल्ली अब तक पहले नंबर पर बना था लेकिन दिसंबर के इस महीने तक आखिर तक साढ़े पांच हजार घरों में सोलर पैनल लगाकर सौर एनर्जी पैदा करने वाला पहला शहर बन जाएगा।
महीने के अंत तक लग जाएंगे सोलर प्लांट
अभी तक 1100 सरकारी मकानों में सोलर पैनल लग चुके हैं। वहीं बाकी बचे हुए 1600 सरकारी घरों में इस महीने के अंत तक सोलर पैनल इंस्टाल हो जाएंगे। इसके बाद चंडीगढ़ लगभग 88 मैगावाट सौर एनर्जी पैदा करने वाला शहर बनेगा। इस शहर के करीबन 7200 सरकारी मकानों के सर्वे के दौरान 1700 सरकारी मकान ऐसे थे जहां पर सौर एनर्जी पैदा करना संभव ही नहीं है। चंडीगढ़ रिन्यूवल एनर्जी साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एडिश्नल चीफ एग्जक्यूटिव का कहना है कि केंद्र शासित प्रदेशों की अगर बात करें तो इस कैटेगरी में 31 दिसंबर तक चंडीगढ़ सोलर एनर्जी पैदा करने वाला सबसे ज्यादा उत्पादन करने वाला शहर बन जाएगा। यहां सोलर एनर्जी पैदा हो सकती है उन सभी सरकारी मकानों में इस महीने के अंत तक सोलर प्लांट लग जाएगा।
7 सालों में बढ़ गया सौर एनर्जी का उत्पादन
चंडीगढ़ में 2010 के करीब जवाहर लाल नेहरु नेशनल सोलर मिशन शुरु किया गया था। इसके अंतर्गत सोलर एनर्जी पैदा करने का काम शुरु हुआ हालांकि शुरु के 7-8 सालों में ये काम बहुत धीरे-धीरे हुआ लेकिन 2017 तक शहर में 10 मैगावाट बिजली भी पैदा नहीं हुई। वहीं अब पिछले 7 सालों में इस साल जून तक 68 मैगावाट सोलर एनर्जी पैदा हो चुकी थी। अब शहर के सारे चुने गए सरकारी मकानों में सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य पूरा होगा। दिसंबर के आखिर तक इससे 88 मैगावाट सोलर एनर्जी पैदा होगी। शहर में 1700 ऐसे मकान भी थे यहां सोलर एनर्जी पैदा करने में दिक्कत आई थी। इन मकानों के पास घने पेड़ों की छाया के कारण छत पर लगने वाले सोलर प्लांट में बिजली पैदा करने की क्षमता ही नहीं थी यहां बाकी बचे हुए सभी 5500 सरकारी मकानों में सोलर प्लांट लगा दिए जाएंगे।
राजधानी दिल्ली को पीछे छोड़ देगा चंडीगढ़
चंडीगढ़ रिन्यूवल एनर्जी साइंस और टैक्नोलॉजी के एडिशनल चीफ एग्जक्यूटिव का कहना है कि जवाहर लाल नेहरु नेशनल सोलर मिशन के अंतर्गत चंडीगढ़ में सरकारी मकानों में सोलर प्लांट लगाने के मामले में और एनर्जी करने का अनुपात दिल्ली से बहुत अच्छा है। चंडीगढ़ में कुल मकानों का अनुपात के अनुसार दिल्ली में सोलर प्लांट लगाने का अनुपात कम है। ऐसे में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ सोलर प्लांट लगाने के बाद से ही तय अनुपात में दिल्ली से ज्यादा बिजली पैदा करने लगेगा।