खबरिस्तान नेटवर्क : चेहरे पर मुहांसे या पिम्पल दिखायी देते ही लोग परेशान हो जाते हैं। मुंहासे की समस्या एक आम स्किन संबंधी समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को परेशान कर सकती है। जिनकी स्किन ऑयली होती है उन्हें ये समस्या ज्यादा परेशान करती है इसलिए वो इसे ज्यादा गंभीरता से लेते हैं। बहुत से लोग सोचते हैं कि ज्यादा तला-भुना खा लेने से ये समस्या होती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये त्वचा विकार हमारी स्किन के भीतर तेल बनाने वाली ग्रंथियों और बालों के रोम में सूजन आने के कारण होती है।
बालों के रोम हमारी स्किन के नीचे मौजूद होते हैं।ये रोम हमारी त्वचा के भीतर मौजूद टिश्यू जैसी कई संरचनाओं से बने होते हैं, जो बालों के विकास में मदद करते हैं। तेल बनाने वाली ग्रंथियां, जब तेल का उत्पादन करती हैं तो आपकी स्किन के साथ-साथ आपके बालों को भी मॉइस्चराइज करती हैं। मुंहासे की समस्या तब पैदा होती है जब स्किन से निकलने वाले ऑयल का उत्पादन तो बढ़ जाता है लेकिन स्किन सेल्स के फैलाव में कमी आ जाती है। इस स्थिति के कारण स्किन सेल्स ब्लॉक हो जाते हैं और उनमें मौजूद ऑयल वहीं रुक जाता है। ऑयल के स्किन सेल्स में जमा होने के कारण बालों के रोम में मौजूद बैक्टीरिया पोर्स को भी बंद कर देता है, जिसके परिणामस्वरूप सूजन और मुंहासे हो जाते हैं।
पिम्पल से राहत पाने के लिए लोग पिम्पल को फोड़कर उसमें भरा हुआ सारा पस बाहर निकाल देना चाहते हैं। इससे चेहरे पर दिख रहा पिम्पल और उसकी सूजन तो कम हो जाती है। हालांकि इससे स्किन को बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है। आइए जानें तौलिए से पिम्पल साफ करने के नुकसान क्या है और क्यों लोगों को ऐसा करने से बचना चाहिए-
तौलिए से पिम्पल साफ करना क्यों है नुकसानदायक?
1. बाथरूम में इस्तेमाल होने वाले टॉवेल्स में बैक्टेरिया पनपने की संभावना बहुत अधिक होती है। इसीलिए, जब तौलिए से पिम्पल को फोड़ा याा दबाया जाता है तो ये बैक्टेरिया स्किन में प्रवेश कर जाते हैं और इंफेक्शन का कारण बनते है। एक रिसर्च के अनुसार, बाथरूम के तौलिए बैक्टेरिया से भरे होते हैं
2. टॉवेल का कपड़ा अगर बहुत हार्ड या मोटा हो तो इससे स्किन रगड़ खा सकती है और कटने-छिलने से स्किन में जलन और इंफेक्शन हो सकता है।
3. इसी तरह टॉवेल के अधिक इस्तेमाल से स्किन ड्राई हो सकती है जिससे मुंहासों की समस्या और भी गंभीर बन सकती है।
4. पिम्पल को दबाते समय हाथों और नाखूनों में बैठे बैक्टेरिया स्किन पर ट्रांसफर हो सकते हैं जो किसी बड़ी समस्या का कारण बन सकते हैं। इससे स्किन इंफेक्शन हो सकता है।
5. फोड़े को दबाने के बाद आसपास की स्किन भी डैमेज हो सकती है। इससे घाव, रैशेज और सूजन बढ़ सकती है।
6. इसी तरह आसपास के स्किन पोर्स या रोमछिद्रों तक बैक्टेरिया और इंंफेक्शन फैलने से नये मुहांसे बन सकते हैं।
ऐसे करें मुंहासों से बचाव
शरीर में होने वाले सामान्य हार्मोनल परिवर्तन से हुए मुंहासे को रोकना मुश्किल है, लेकिन यह काम बिल्कुल भी असंभव नहीं है। आप मुंहासे को बढ़ने की संभावनाओं को कुछ इस तरह कम कर सकते हैंः
- अपने चेहरे को रोजाना माइल्ड फेस क्लींजर और गर्म पानी से धोएं।
- नियमित रूप से मॉइस्चराइजर का प्रयोग करें।
- चेहरे को छूने से बचें।
- जो लोग मेकअप करते हैं उन्हें "गैर-कॉमेडोजेनिक" लेबल वाले उत्पादों का उपयोग करना चाहिए ताकि वह उत्पाद आपके छिद्रों को अवरुद्ध न करें। सोने से पहले मेकअप को हटाना बहुत ही जरूरी है।
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