जालंधर में आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत एवं पंजाब पर्यटन व सांस्कृतिक विभाग के सलाहकार दीपक बाली ने आप सरकार के नशा विरोधी अभियान ''युद्ध नशयां विरुद्ध" की सराहना की और इसे पंजाब से नशे को खत्म करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में गांव लखनपाल में नशा मुक्ति यात्रा में भाग लेने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दोनों नेताओं ने पिछली सरकारों पर राजनीतिक लाभ के लिए नशे के मुद्दे की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर ड्रोन रोधी तकनीक की तैनाती, हाई-प्रोफाइल ड्रग डीलरों की गिरफ्तारी और ड्रग सप्लाई चेन को प्रभावी ढंग से खत्म करने को प्रमुख उपलब्धियों के रूप में उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन उपायों से पंजाब भर में ड्रग सर्कुलेशन को रोकने में अब सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं।
मंत्री ने घोषणा की कि अब नशा मुक्ति यात्रा को जमीनी स्तर पर ले जाया जाएगा, जिसमें 15,000 गांवों और शहरी वार्डों में विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लोगों को जागरूक करने और उन्हें संगठित करने के लिए प्रतिदिन 350 से अधिक सामुदायिक बैठकें भी आयोजित की जाएंगी।
मोहिंदर भगत और दीपक बाली ने पंजाब के लोगों से सरकार के इस पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने और नशे के खिलाफ एकजुट होकर 'युद्ध नशयां विरूद्ध' अभियान को जन आंदोलन में बदलने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हम साथ मिलकर स्वस्थ समाज और नशा मुक्त पंजाब का निर्माण करेंगे।
मीडिया को संबोधित करते हुए दीपक बाली ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पहली बार राज्य से नशे को खत्म करने के लिए ठोस और साहसिक कदम उठाए हैं। पिछली सरकारों ने कभी भी नशे के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके कारण पूरे राज्य में नशा फैला।
अभियान की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि इस पहल के तहत नशा तस्करों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। अब तक, ड्रग तस्करों से जुड़े अवैध ढांचों को ध्वस्त करने के लिए 86 बुलडोजर कार्रवाई की गई है।