आज कल जिसे देखो हार्ट अटैक आ रहा है और उसकी जान जा रही है। ऐसे में अब एक नेता मुख्तार अंसारी का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें भी कार्डियक अरेस्ट आया था। जिसके चलते उनकी मौत हो गयी।
बता दें मुख्तार को बेहोशी की हालत में बृहस्पतिवार रात क़रीब 8.30 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
डॉक्टर्स का कहना है कि बीते कुछ सालों से कार्डियक अरेस्ट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ये बीमारी अब जानलेवा बन रही है। आखिर क्यों हो रहा है ये जानलेवा।
हार्ट अटैक जानलेवा बन रहा
आपको बता दें हाल के सालों में देखा जा रहा है की दिल का दौरा अचानक पड़ रहा है और कई मामलों में तो मौक़े पर ही मौत हो रही है। वहीँ कई सेलेब्रिटीज भी इसकी चपेट में आकर इस दुनिया को अलविदा कह गये हैं।
इतना ही नहीं कई मामलों में तो बिना किसी लक्षण के ही दिल का दौरा पड़ रहा है। इस बीच ये सवाल भी उठता है कि हार्ट अटैक के मामले क्यों बढ़ रहे हैं और इससे अचानक मौत क्यों हो रही है।
क्यों बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले
बता दें इस बारे में कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर पवन सूरी का कहना है कि हार्ट अटैक के केस बढ़ने के 3 बड़े कारण होते हैं।
- ख़राब लाइफस्टाइल
- बिगड़ा हुआ ख़ानपान
- कोविड वायरस का असर
कार्डियक अरेस्ट की वजह से अचानक हो रही है मौत
डॉक्टर पवन के मुताबिक पिछले कुछ सालों में कार्डियक अरेस्ट के केस भी बढ़े हैं। कई मामलों में अचानक मौत हार्ट अटैक से नहीं बल्कि कार्डियक अरेस्ट से हो रही है। हालाँकि लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता और अचानक चेस्ट पैन से हुई किसी मौत को लोग हार्ट अटैक ही मानने लगते हैं।
लेकिन कार्डियक अरेस्ट, हार्ट अटैक से ज़्यादा ख़तरनाक होता है। इसमें हार्ट अचानक ही काम करना बंद कर देता हैं और मरीज़ की मौत हो जाती है। कार्डियक अरेस्ट आने के बाद बचने की संभावना बहुत कम रहती है।
क्या होता है कार्डियक अरेस्ट
जब हार्ट अचानक से अपना काम करना बंद कर देता है तो इस स्थिति को कार्डियक अरेस्ट ही कहा जाता है। कार्डियक अरेस्ट होने पर मरीज़ की नब्ज़ थमती रहती है और वह बेहोशी की हालत में रहता है।
एक बार बेहोश होने के बाद ब्रेन तक सिग्नल और ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाता है जिस वजह से कुछ ही मिनटों में मरीज़ की जान चली जाती है। वहीँ कार्डियक अरेस्ट अस्पताल में इलाज के दौरान भी आ सकता है जो मौत का कारण बन जाता है।
पहले आता है हार्ट अटैक
बता दें कार्डियक अरेस्ट आने से कुछ देर पहले व्यक्ति को हार्ट हार्ट अटैक भी आता है। अगर इस दौरान अगर हार्ट अटैक का पता न चले और इलाज न हो तो कार्डियक अरेस्ट होता है। कार्डियक अरेस्ट आने के बाद बचने की संभावना कम होती है।
किस तरह से करें बचाव
- हर तीन महीने में लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराये
- चेस्ट पैन को गैस का दर्द ना समझें और डॉक्टर को दिखा लें
- डाइट का ध्यान रखें, रोज एक्सरसाइज करें
- मेंटल स्ट्रेस को कम करने की कोशिश करें