आज कल के लाइफ स्टाइल को देखते हुए बहुत से लोग हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं। वहीँ कोविड महामारी के बाद दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं भी बढ़ी हैं। वायरस और कोविड वैक्सीन का प्रभाव भी सवालों के घेरे में है। लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसी जीवनशैली जिसमें शारीरिक गतिविधि न के बराबर हो और खाने की खराब आदतें हों तो वो स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं। दिल का दौरा या कार्डियक अरेस्ट जैसी घटनाओं से बचने के लिए जरूरी है कि अस्वस्थ हृदय के संकेतों को नोटिस किया जाए। इसे समझा जाए और समय रहते सही इलाज किया जाये। यदि आपको सांस लेने में तकलीफ, सीने में तकलीफ, चक्कर आना या थकान महसूस होती है, तो निश्चित ही आपको अलर्ट होने की जरूरत है। तो आज हम आपको हृदय स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं।
सीने में दर्द का होना
बता दें सीने में दर्द हृदय में ख़राब रक्त प्रवाह या दिल के दौरे का सबसे आम लक्षण माना जाता है। इस प्रकार के सीने के दर्द को एनजाइना कहते हैं। सीने में दर्द तब हो सकता है जब हृदय को पर्याप्त ब्लड या ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा हो। दर्द की मात्रा और प्रकार हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। वहीँ अगर आपकी छाती भारी महसूस हो रही हो या ऐसा लग रहा हो जैसे कोई आपकी छाती या हृदय को दबा रहा हो। आपको अपने सीने में तेज़, जलन वाला दर्द भी महसूस हो सकता है। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
सांस लेने में तकलीफ महसूस होना
जब भी सांस लेने में कठिनाई, विशेष रूप से शारीरिक गतिविधि के दौरान या लेटते समय ये हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं।
थकान महसूस होना
पर्याप्त आराम के बाद भी आपको हर समय थकन महसूस हो रही है तो दिल की परेशानी का संकेत हो सकता है।
सूजन आना
जब भी पैरों, टखनों या पेट में सूजन दिखाई दे रही हो तो ये भी इस बात के संकेत हो सकते हैं कि हृदय प्रभावी ढंग से रक्त पंप नहीं कर पा रहा है।
चक्कर आना या बेहोश होना
बिना बात के चक्कर आ रहे हों तो या बेहोशी महसूस हो रही हो तो ये मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में कमी के कारण हो सकता है, जो हृदय संबंधी समस्याओं से संबंधित हो सकता है।
शरीर का नीला रंग दिखाई
होठों, उंगलियों या पैर की उंगलियों का नीला पड़ना ब्लड में ऑक्सीजन की कमी का संकेत देता है, जो हृदय या परिसंचरण संबंधी समस्याओं से संबंधित हो सकता है।
इससे बचाव के लिए क्या करें
नियमित रूप से व्यायाम करें, हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की एक्सरसाइज जरुर करें। इसमें आप तेज चलना, साइकिल चलाना या तैराकी कर सकते हैं
संतुलित आहार अपनाएं, ऐसा खाना खाएं जो वसा मुक्त हो। जिस खाने में शर्करा अधिक हो उसका सेवन न के बराबर करें। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, प्रोटीन का सेवन करें जो आपको एनर्जी भी देगा।
अपने रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नियमित रूप से नज़र रखें।