मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। जिरिबाम में शनिवार को अलग-अलग दो घटनाओं में 5 लोगों को मौत हो गई। वहीं, संदिग्ध पहाड़ी उग्रवादियों ने एक घर में घुसकर बुजुर्ग को सोते समय गोली मार दी। इलाके में सुबह से लगातार गोलीबारी की खबरें सामने आ रही हैं।
मृत बुजुर्ग की पहचान कुलेंद्र सिंघा के रूप में हुई है। दूसरी घटना इसके बाद हुई। इसमें कुकी और मैतेई समुदायों के बीच गोलीबारी हुई। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई।
शुक्रवार (6 सितंबर) देर रात इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट में मणिपुर राइफल्स हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया। गुस्साई भीड़ सुरक्षाबलों से हथियार लूटना चाहती थी। पुलिस ने CRPF जवानों के साथ मिलकर जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने पैलेट गन से कई राउंड फायरिंग की। मॉक बम और आंसू गैस के गोले भी दागे।
सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच रातभर संघर्ष चला
बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच रातभर संघर्ष चला। 5 लोगों के घायल होने की खबर है। उन्हें JNIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी तक हथियार या गोला-बारूद लूटे जाने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि दोनों जगहों पर हिंसा में मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है।
मई 2023 से हिंसा जारी
आपको बता दें कि मणिपुर में 1 सितंबर से अब तक 4 बड़ी घटनाएं हुई हैं। 3 घटनाओं में 3 लोगों की मौत और 12 लोग घायल हुए हैं।मणिपुर में मई 2023 से हिंसा जारी है। हालांकि, इस साल सितंबर में पहली बार ड्रोन हमला देखने को मिला। इंफाल वेस्ट जिले के कोत्रुक गांव में 1 सितंबर को उग्रवादियों ने पहाड़ी के ऊपरी इलाके से कोत्रुक और कडांगबांड घाटी के निचले इलाकों में फायरिंग की और ड्रोन से हमला किया। इसमें 2 लोगों की मौत और 9 घायल हुए।
मणिपुर में हिंसा की वजहें कई हैं, जिनमें से प्रमुख ये हैं-
- मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग: मैतेई समुदाय के लोग चाहते हैं कि उन्हें कुकी समुदाय की तरह राज्य में एसटी का दर्जा मिले। हालांकि, कुकी समुदाय ने इस मांग का विरोध किया।
- आरक्षित वन भूमि पर अतिक्रमण: कुकी ग्रामीणों को आरक्षित वन भूमि से बेदखल करने को लेकर तनाव था।
- म्यांमार से अवैध प्रवास: म्यांमार से अवैध प्रवास ने भी तनाव बढ़ा दिया।
- बढ़ती आबादी: बढ़ती आबादी के कारण भूमि उपयोग पर दबाव है।
- बेरोज़गारी: बेरोज़गारी ने युवाओं को मिलिशिया की ओर धकेल दिया है।
- पुलिस द्वारा महिलाओं को दंगाइयों को सौंप देना: हिंसा के दौरान पुलिस ने भीड़ से बचने के लिए मदद की गुहार लगाने वाली कुकी-जोमी समुदाय की दो महिलाओं को दंगाइयों को सौंप दिया था। इसके बाद भीड़ ने उनका यौन उत्पीड़न किया।
- जुलाई 2023 में वायरल हुआ एक वीडियो: इस वीडियो में दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा नग्न अवस्था में एक खेत की ओर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा था।