हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र माना जाता है। अलग-अलग तीज त्योहारों में इस पौधे की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों के घर के बाहर आपको जरूर एक तुलसी का पौधा मिल जाएगा। न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से यह पौधा महत्वपूर्ण है बल्कि, आयुर्वेद में भी इस पौधे को शरीर के लिए फायदेमंद बताया गया है। बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी तुलसी का सेवन कर लोगों ने अपनी इम्यूनिटी बढ़ाई। तुलसी के पौधे में कई औषधीय गुण होते हैं जो शरीर को अलग-अलग तरह के लाभ पहुंचाते हैं।
अगर आप हर दिन तुलसी के 4 पत्तों का सेवन करते हैं तो आप कई कॉमन बीमारियों से बच सकते हैं। तुलसी के पौधे में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो इसे और भी खास बना देते हैं। ये गुण शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। तुलसी का पौधा न केवल घर के वातावरण को अच्छा बनाता है बल्कि, यह शरीर को अंदरूनी रूप से भी मजबूती प्रदान करता है।
ये है तुलसी के फायदे -
- तुलसी डाइजेशन के लिए अच्छी होती है। यह खाना पचाने, गैस, एसिडिटी और कब्ज को दूर करने में मदद करती है।
- तुलसी स्ट्रेसबस्टर होती है। इसकी पत्तियां दिमाग को शांत करती हैं।
- सांसों की दुर्गंध दूर करने के लिए भी तुलसी फायदेमंद है। यह मुंह के अंदर के बैक्टीरिया को खत्म करती है।
- तुलसी में एंटी-वायरल और एंटी-कोलेस्ट्रोल गुण पाए जाते हैं। हमारे दिल और इम्यून सिस्ट के लिए यह हर्ब बहुत फायदेमंद होता है।
- स्किन को ग्लोइंग बनाने से लेकर दाग-धब्बे और एक्ने दूर करने तक, तुलसी के कई फायदे हैं।
- कोलेस्ट्रोल और बीपी को कंट्रोल रखने में भी तुलसी की पत्तियां कारगर हैं।
- तुलसी के रस या इसके इसेंशियल ऑयल को स्किन पर लगाने से मच्छर दूर रहते हैं।
- यह स्किन के लिए एक टॉनिक के तौर पर काम करती है।
- तुलसी के पत्तों में पोटेशियम और फोलेट जैसे पोषक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं।
- तुलसी के पत्ते कैंसर जैसी भयानक बीमारी से बचाने का काम करते हैं। हर रोज तुलसी के 4 पत्ते खाने से स्किन, लीवर, मुंह और फेफड़ों जैसे कैंसर से बचने में मदद मिलती है।
- तुलसी के पत्ते हमारे शरीर को डीटॉक्सिफाई करते हैं। इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है जो किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण होता है। यूरिक एसिड के लेवल में कमी से गाउट के रोगियों को भी राहत मिलती है।
तुलसी खाने का सही तरीका -
- रोज सुबह तुलसी की चाय पिएं।
- 5 तुलसी की पत्तियां लें, अदरक के एक छोटे टुकड़े को घिसकर लें और इसे पानी में डालकर लगभग 5 मिनट के लिए उबालें। फिर इसे छानकर पी लें।
- आप इसमें शहद भी मिला सकती हैं। लेकिन शहद चाय के रूम टेम्परेचर पर आने के बाद ही मिलाएं।
- तुलसी की पत्तियां (गिलोय और तुलसी का काढ़ा) चबाने की जगह इसका काढ़ा या चाय पीना ही सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।