गुड़ एक ऐसा फूड है जिसे हमेशा से हमारे भारतीय घरों में बहुत महत्व दिया गया है। पूजा पाठ से लेकर हेल्थ प्रॉब्लम्स के इलाज के लिए भी गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। हमारे देश में गुड़ (gur) का महत्व कितना है यह देश की अलग-अलग भाषाओं में गाए गए गीतों से भी पता चलता है जहां एक-दूसरे को गुड़ खिलाकर मुंह मीठा करने की बातें की जातीं हैं।
आयुर्वेद (Ayurveda) में भी गुड़ के चिकित्सिय गुणों के बारे में लिखा गया है। पुराने समय में शरीर की कमजोरी दूर करने के लिए कई तरीकों से गुड़ का सेवन किया जाता था। वहीं, अनुष्ठानों और शादी-ब्याह जैसे मौकों पर भी गुड़ परोसा जाता था
जो बॉडी डिटॉक्स (Body detoxification) और पाचन शक्ति (digestive power) बढ़ाने के लिए भी खाया जाता था। लेकिन, इतने सारे फायदों के बावजूद कुछ लोगों के लिए गुड़ का सेवन ठीक नहीं। यहां पढ़ें कि किन लोगों को गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए।
किन लोगों को नहीं खाना चाहिए गुड़ ?
डायबिटीज के मरीज
एक्सपर्ट्स के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसा कि गुड़ में भी सुक्रोज़ पाया जाता है।
इसका असर उनके ब्लड शुगर लेवल पर पड़ सकता है। शुगर पेशेंट्स को गुड़ का सेवन बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए और वह भी अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार।
वेट लॉस
जो लोग अपना बढ़ा हुआ वजन कम करना चाहते हैं या वेट लॉस डाइट पर हैं उन्हें भी गुड़ का सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए।
ऐसे लोगों को अपने डाइटिशियन से चर्चा करके गुड़ का सेवन कर सकते हैं।
कमजोर डाइजेशन वाले लोग
गुड़ में लैक्सेटिव्स होते हैं जो कॉन्स्टिपेशन से परेशान लोगों के लिए बहुत गुड़ को फायदेमंद बनाता है। लेकिन, क्रोनिक डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स और आईबीएस जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए गुड़ का सेवन करना मतलब उनकी समस्याओं को उत्तेजित करना हो सकता है।
इसीलिए जिन लोगों का हाजमा ठीक नहीं होता उन्हें अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही गुड़ का सेवन करना चाहिए।