खबरिस्तान नेटवर्क : इन दिनों भारत में भी ग्रीन टी पीने का चलन बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर लोग ग्रीन टी को स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानते हैं। इन फायदों के कारण कई लोग इसका जरूरत से ज्यादा सेवन करने लगते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। ग्रीन टी का ज्यादा मात्रा में सेवन नुकसान को बुलावा दे सकता है।
ग्रीन टी एक खास प्रकार की चाय है, जो कैमेलिया साइनेन्सिस नामक पौधे की पत्तियों से बनाई जाती है। भारत के साथ-साथ चीन, जापान और थाईलैंड में इस चाय का चलन काफी अधिक है। इसमें काली और ओलोंग चाय के मुकाबले अधिक कैटेचिन पाया जाता है, जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट होता है। इस चाय में मौजूद विटामिन और मिनरल इसकी एंटीऑक्सीडेंट क्षमता को बढ़ाने का कार्य करते हैं। स्वास्थ्य के लिए ग्रीन टी के कई लाभ हैं। इसमें एंटी-कैंसर, एंटी-एजिंग और एंटी-डायबिटीक जैसे गुण भी शामिल होते हैं। वहीं, इसका ज्यादा मात्रा में किया गया सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
एक दिन में कितना सेवन करें
एक दिन में लगभग तीन कप तक ग्रीन टी का सेवन किया जा सकता है। एक कप गर्म पानी में एक चम्मच ग्रीन टी का प्रयोग किया जा सकता है। वहीं, गर्भवती महिला एक से दो छोटे कप कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन कर सकती हैं। गर्भवती महिला ध्यान रखें कि वे प्रतिदिन 200mg से अधिक कैफीन का सेवन न करें। इसके अतिरिक्त, ग्रीन टी में EGCG भी मौजूद होता है। NCBI की वेबसाइट पर इससे संबंधित एक रिसर्च में पता चला है कि एक दिन में 338 मिलीग्राम तक का EGCG का सेवन सुरक्षित हो सकता है।
ग्रीन टी के सेवन के मामले में भले ही वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद है लेकिन इसके सेवन से पहले एक बार व्यक्ति डॉक्टर की सलाह भी अवश्य लें।
पानी में ज्यादा देर न भिगोएं
पानी में चाय की पत्तियों को ज्यादा देर भिगोकर नहीं रखना चाहिए। इससे इसका न्यूट्रिएंट खत्म हो जाता है और ग्रीन टी से मिलने वाला लाभ नहीं मिल पाता। उबलते पानी में ग्रीन टी कभी न डालें। इससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है। पहले पानी उबाल लें, फिर आंच से उतारकर उसमें ग्रीन टी की पत्तियां या टी बैग डालकर ढंक दें। दो मिनट बाद इसे छान लें या टी बैग अलग करें।
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ग्रीन टी में दूध कभी न मिलाएं
ग्रीन टी बिना दूध के ही पी जाती है। इसमें दूध नहीं मिलाया जाता, इससे चाय का फायदा नहीं मिलता।
खाली पेट पीने से हो सकती है acidity
सुबह ख़ाली पेट ग्रीन टी पीना भी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। खाली पेट ग्रीन टी पीने से एसिडिटी की शिकायत हो सकती है।
कुछ लोग खाने के तुरंत बाद वजन घटाने के लिए ग्रीन टी पी लेते है, जबकि इससे खाना पचाने में दिक्कत होती है और यह पोषक तत्वों के अब्सॉर्प्शन को रोक देती हैं। दवाई खाने के ठीक बाद कभी भी ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए।
ज्यादा ग्रीन टी पीने के नुकसान
आयरन की कमी - डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, एनीमिया दुनिया भर में 1.62 बिलियन लोगों को प्रभावित करता है। आयरन की कमी एनीमिया के मुख्य वजहों में से एक है और ग्रीन टी का ज्यादा सेवन शरीर में आयरन की कमी की वजह बन सकता है। असल में, NCBI (The National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च में यह बात सामने आई है। रिसर्च में कहा गया है कि चाय का ज्यादा सेवन शरीर में आयरन के अवशोषण को बाधित कर सकता है, जिससे आयरन की कमी हो सकती है और एनीमिया का जोखिम काफी बढ़ सकता है।
अत्यधिक कैफीन - ग्रीन टी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि ग्रीन टी में कैफीन मौजूद होता है। प्रति 100 ग्राम ग्रीन टी में 12 मिलीग्राम कैफीन होता है। कैफीन का अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। कैफीन की ज्यादा मात्रा चक्कर आना, अनिद्रा, निर्जलीकरण, मतली, उल्टी और बेचैनी जैसी परेशानियों की वजह बन सकती है।
डिहाइड्रेशन - ग्रीन टी साइड इफेक्ट्स में डिहाइड्रेशन भी शामिल है। असल में, यह प्राकृतिक ड्यूरेटिक (Diuretic, मूत्रवर्धक) की तरह कार्य कर सकती है। यदि आवश्यकता से अधिक ग्रीन टी का सेवन किया गया तो बार-बार पेशाब लगने की परेशानी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। ऐसे में बेहतर है कि ग्रीन टी का सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए।
लिवर संबंधी परेशानी - एक शोध के मुताबिक, कुछ मामलों में ग्रीन टी, लिवर डैमेज की वजह बन सकती है। इसके पीछे इसमें मौजूद ईजीसीजी (EGCG – एक प्रकार कैटेचिन) हो सकता है, जो हेपटोटोक्सिसिटी (लिवर के लिए विषाक्त) प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और रिसर्च की आवश्यकता है।
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