खबरिस्तान नेटवर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी 7 सम्मेलन के दौरान कहा है कि तेहरान खाली कर देना चाहिए। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और विदेश मंत्री मार्को रुबियो जी-7 शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले ही चले गए, व्हाइट हाउस ने "मध्य पूर्व के घटनाक्रम" का हवाला दिया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या से शत्रुता नहीं बढ़ेगी, बल्कि “संघर्ष समाप्त हो जाएगा”।इस बीच इजराइल और ईरान के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी रहा। इजराइल ने तेहरान पर सोमवार रात कई बार एयरस्ट्राइक की। वहीं, ईरान ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव और हाइफा पर बमबारी की। ईरान के सरकारी टेलीविजन पर हमले के बाद, ईरान ने कहा है कि वह इजरायल की धरती पर इतिहास के सबसे बड़े और सबसे तीव्र मिसाइल हमले की तैयारी कर रहा है, जबकि तेहरान में धमाकों की खबर है और तेल अवीव में सायरन बज रहे हैं।
ईरानी सरकारी चैनल पर हमला लाईव
इजरायली सेना ने तेहरान में आईआरआईबी परिसर पर हमला किया, जिससे लाइव प्रसारण अचानक बंद हो गया, क्योंकि इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने चेतावनी जारी करते हुए कहा था: "ईरानी दुष्प्रचार और उकसावे वाला मुखपत्र गायब होने वाला है।" चैनल पर एक ऐंकर की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है।
भारतियों को तेहरान से निकलने की सलाह दी
ईरान में स्थित भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे सभी भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे तुरंत दूतावास से संपर्क करें। साथ ही, दूतावास ने भारतीय नागरिकों और पीआईओ (भारतीय मूल के लोगों) को सलाह दी है कि अगर उनके पास खुद के साधनों से तेहरान से बाहर निकलने का विकल्प है, तो वे तुरंत ऐसा करें और किसी सुरक्षित जगह पर चले जाएं।
कनाडा पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी
G-7 सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंच चुके हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लिखा है कि - 'G-7 Summit में भाग लेने के लिए कैलगरी कनाडा में पहुंच चुका हूं। शिखर सम्मेलन में अलग-अलग नेताओं से मुलाकात करुंगा और जरुरी वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार शेयर करुंगा। वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकता पर जोर दूंगा'।
लगातार छठी बार G7 सम्मेलन में शामिल हो रहे पीएम
कनैनिस्किस में 16 17 जून को सम्मेलन हो रहा है। इस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार छठी भार भागीदारी कर रहे हैं और वह कनाडा पहुंच भी चुके हैं। ग्रुप ऑफ सेवन जिसको G7 सम्मेलन कहते हैं वो दुनिया की सात उन्नत अर्थव्यवस्थाओं जो कि फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, इटली और कनाडा तथा यूरोपीय संघ का एक अनौपचारिक समूह है। इसके सदस्य वैश्विक आर्थिक समूह और भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हर साल G7 समिट में मिलते हैं। विश्व की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल भारत को पिछले कुछ सालों से नियमित तौर पर G-7 सम्मेलन के संपर्क सत्र में आमंत्रित हो रहा है।