भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) नया नियम जारी करने जा रहा है। बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस से ज्यादा बैलेंस रखने पर जांच हो सकती है। ये नियम 15 अक्टूबर से लागू होगा। दरअसल, RBI ने बताया कि अगर आप Savings Accounts में एक साल में 10 लाख रुपए या उससे ज्यादा पैसे जमा करते हैं, तो आपको अपने टैक्स की जानकारी बैंक के साथ सांझा करनी होगी।
बता दें कि ये नियम 15 अक्टूबर से लागू होगा। जानकारी सांझा ना करने से बैंक आपके खाते की जांच कर सकता है और विस्तृत जानकारी मांग सकता है।
आपको आयकर विभाग से नोटिस भी मिल सकता है, जिसमें आपसे ज्यादतर जानकारी मांगी जा सकती है। अगर बात करें सीनियर नागरिकों की तो वह अपने बैंक खाते में 10 लाख रुपए तक रख सकते हैं, जिस पर कोई ज्यादा जांच नहीं होगी।
मिनिमम बैलेंस पर वसूला जाता है जुर्माना
वहीं, बैंकों की ओर से मिनिमम बैलेंस की शर्त को पूरा न करने पर जुर्माना वसूलना अब प्रथा बन गई है। जानकारी के मुताबिक, बैंकों ने इस तरह की वसूली से करोड़ों रुपए कमा लिए हैं। खासकर जब आप अपना पैसा निकाल लेते हैं और मिनिमम बैलेंस की शर्त को पूरा नहीं कर पाते, तो बैंक 300 से 600 रुपए तक का जुर्माना लगा देते हैं।
PNB ने बनाया 1,538 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों ने पिछले 5 सालों में केवल मिनिमम बैलेंस न रखने के चलते अपने ग्राहकों से करोड़ों रुपए की वसूली की है। सरकारी बैंक PNB ने इस मामले में 1,538 करोड़ रुपए की वसूली करके एक रिकॉर्ड बनाया है। वहीं, देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने कुछ साल पहले निगेटिव पब्लिसिटी के चलते इस तरह के चार्जेस वसूलना बंद कर दिया था।