वैष्णो देवी मंदिर पूरे भारत में बहुत प्रसिद्ध है। हर साल लाखों तीर्थयात्री माता के दर्शन के लिए आते है और चढ़ावा भी चढ़ाते हैं। श्राइन बोर्ड के अनुसार मंदिर में तीर्थयात्रियों के दान में पिछले 5 सालों में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 (जनवरी तक) में दान की राशि 171.90 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जो कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के मुकाबले काफी ज्यादा है।
वही अगर बात करे चढ़ावे कि तो इसमें भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिली हैं। मंदिर में चढ़ाए गए सोने की मात्रा 9 किलोग्राम से बढ़कर 27.7 किलोग्राम हो गई है, जबकि चांदी का चढ़ावा 753 किलोग्राम से बढ़कर 3,424 किलोग्राम तक पहुंच गया है।
श्राइन बोर्ड ने दी रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार जम्मू के RTI कार्यकर्ता रमन शर्मा ने एक याचिका दायर करके इसकी रिपोर्ट मांगी थी। जिसके जवाब में श्राइन बोर्ड ने ये रिपोर्ट दी है। मंदिर बोर्ड ने बताया कि दान की राशि वित्तीय वर्ष के अनुसार इस प्रकार है:
2020-21: 63.85 करोड़ रुपए
2021-22: 166.68 करोड़ रुपए
2022-23: 223.12 करोड़ रुपए
2023-24: 231.50 करोड़ रुपए
2024-25 (जनवरी तक): 171.90 करोड़ रुपए
ये आंकड़े बताते हैं कि माता वैष्णो देवी के भक्तों की आस्था और श्रद्धा में लगातार वृद्धि हो रही है। आपको बता दें कि जम्मू में स्थित यह प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। यह देवी दुर्गा को समर्पित 108 शक्तिपीठों में से एक है, जिन्हें वैष्णो देवी के रूप में पूजा जाता है।