रविवार को राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री की तीसरी बार शपथ ली। पीएम मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने भी शपथ ली। जिसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 36 राज्य मंत्री और 5 राज्य मंत्र स्वतंत्र प्रभार शामिल हैं। शपथ के एक ही दिन बाद एनडीए गठबंधन में खींचतान शुरू हो गई है। दरअसल एकनाथ शिंदे की शिवसेना के सांसद ने पार्टी के लिए कैबिनेट मंत्री की मांग की है।
शिवसेना को कैबिनेट मंत्री मिलना चाहिए
महाराष्ट्र के शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे ने कहा कि जिन पार्टियों के 1-1 सांसद हैं उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। हमें राज्य मंत्री क्यों? शिवसेना को कैबिनेट मंत्री का पद मिलना चाहिए, क्योंकि पार्टी के पास 7 सांसद हैं।
अजित पवार गुट भी नाराज
वहीं शपथ समारोह के बाद एनसीपी के अजित पवार गुट ने भी कैबिनेट मंत्री का पद मांगा था। भाजपा ने उन्हें राज्य मंत्री पद देने की पेशकश की थी लेकिन अजित पवार ने इससे इनकार कर दिया था। अजित पवार की एनसीपी भी एनडीए की सहयोगी है। राज्य मंत्री पद के ऑफर को अजित पवार और प्रफुल पटेल ने डिमोशन बताते हुए स्वीकार करने से मना कर दिया था। कुल मिलाकर देखें तो केंद्र में एनडीए की सरकार बन तो गई है लेकिन उसके साथियों में सब ठीक चलता नहीं दिख रहा।