ख़बरिस्तान नेटवर्क : नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बाद केपी ओली शर्मा ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को लेकर सुबह से राजधानी काठमांडू से लेकर अन्य शहरों में प्रदर्शन किए जा रहे थे। इसी प्रदर्शन के दौरान ही लोग संसद भवन तक में घुस गए और आगजनी की।
4 मंत्रियों ने भी दिया इस्तीफा
पीएम ओली के साथ ही उनके 4 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें गृह मंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी, स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल और जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव शामिल हैं।
हिंसक प्रदर्शन में 19 की मौत
प्रदर्शनकारी सरकार की नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए संसद के गेट नंबर 1 और 2 पर कब्जा जमा चुके थे। इसके जवाब में नेपाल सेना ने कई राउंड फायरिंग की और आंसू गैस का उपयोग किया। काठमांडू प्रशासन ने तोड़फोड़ करने वालों पर गोली चलाने के आदेश भी जारी किए। इस संघर्ष में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।
कर्फ्यू और सोशल मीडिया फिर से शुरू
सुरक्षा की दृष्टि से काठमांडू के मुख्य इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। संसद भवन, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आवास के आसपास की सड़कों पर सेना तैनात की गई है। हालांकि बाद में प्रशासन ने सोशल मीडिया को फिर से शुरू कर दिया, लेकिन तनाव अब भी कायम है।
यह घटना नेपाल के राजनीतिक इतिहास में एक नया मोड़ बनकर उभरी है, जहां युवा पीढ़ी ने सरकार के खिलाफ अपने गुस्से और विरोध को भव्य तरीके से व्यक्त किया। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
इस कारण शुरू हुआ था बवाल
नेपाल के टेलीकॉम मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने बताया कि सरकार ने 2 दर्जन से ज्यादा कंपनियों को लगातार नोटिस भेजे थे और उन्हें खुद को देश में रजिस्टर करवाने के लिए कहा था। सरकार ने इन कंपनियों को 28 अगस्त तक का समय दिया था। समयसीमा खत्म होने के बावजूद भी कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाई। जिसके बाद यह एक्शन लिया गया।