विधानसभा स्पीकर ने शीतल अंगुराल की इस्तीफा मंजूर कर लिया है। इस्तीफा मंजूर होने के बाद अब शीतल अंगुराल ने लाइव आकर स्पीकर कुलतार सिंह संधवा पर जमकर भड़ास निकाली है। अंगुराल ने कहा कि स्पीकर को मुझे बिना बताए इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाना चाहिए था।
इस्तीफा मंजूर करने से पहले स्पीकर को बात करनी चाहिए थी
अंगुराल ने कहा कि स्पीकर ने अगर उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया था तो उन्हें एक बार उनसे बात करनी चाहिए थी कि विधायक ने किसी दबाव में आकर तो इस्तीफा नहीं दिया है। यह बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए कानून में शामिल है कि विधायक को बुलाए बिना उसका इस्तीफा मंजूर नहीं किया जा सकता।
स्पीकर साहब पर बाहर के लोगों का दबाव
अंगुराल ने कहा कि दिल्ली का इतना दबाव है कि पुरानी डेट में मेरा इस्तीफा मंजूर कर दिया गया। साढ़े तीन बजे स्पीकर साहब मीडिया के सामने आकर बताना पड़ रहा है कि इस्तीफा मंजूर कर दिया गया है। मुझे उम्मीद थी कि हमारे साथ इंसाफ होगा, मगर ऐसा नहीं हुआ।
सरकार मुझसे डरी हुई, कोर्ट में स्पीकर साहब को दूंगा जवाब
अंगुराल ने आगे कहा कि स्पीकर साहब बुत बनकर विधानसभा का काम कर रहे हैं। स्पीकर साहब ने कानून का उल्लंघन किया है। राज कुमार चब्बेवाल का इस्तीफा मेरे से पहले आया हुआ है, मगर उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया। मगर मेरा इसलिए गया क्योंकि सरकार मुझसे डरी हुई है। स्पीकर साहब आपको कोर्ट में इसका जवाब देना होगा।
आज ही इस्तीफा वापसी के लिए दिया था लैटर
शीतल अंगुराल इस्तीफा वापसी लेने को आज विधानसभा पहुंचे थे जहां उन्होंने स्पीकर से मुलाकात न होने पर सैक्रेटरी को लैटर सौंप दिया था। लैटर देने के बाद अंगुराल ने कहा था कि स्पीकर ने उन्हें 11 तारीख को बुलाया है।
3 बजे इस्तीफा किया मंजूर
दोपहर को 3 बजे स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने शीतल अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर लिया था। इस्तीफा मंजूर करने के बाद सरकार की तरफ से आधिकारिक लैटर भी जारी किया गया था। 30 मई को ही शीतल अंगुराल का इस्तीफा मंजूर किया गया तथा।
शीतल ने खुद इस्तीफा दिया, कोई धक्केशाही नहीं की - स्पीकर
पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार संधवा ने कहा कि शीतल अंगुराल का इस्तीफा पहले ही मंजूर हो गया था। आज नोटिफिकेशन जारी हुआ है। धक्केशाही का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने खुद ही विधायक के पद से इस्तीफा दिया था और मीडिया के सामने कहा था। अब यह इलेक्शन कमिश्न देखेगा कि जालंधर की सीट पर कब चुनाव करवाना है।