जालंधर वेस्ट हलके से विधायक शीतल अंगुराल इस्तीफे वापसी को लेकर विधानसभा स्पीकर कुलतार संधवा से मुलाकात करने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे। पर कुलतार संधवा मौजूद नहीं थे, जिस कारण उन्होंने अपना लैटर स्पीकर के सेक्रेटरी को सौंप दिया और उन्हें 11 जून 11 बजे सुबह को उन्हें बुलाया है।
इस वजह से वापिस लिया इस्तीफा
शीतल अंगुराल ने कहा कि वह चाहते थे कि विधानसभा के चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ होते। हिमाचल में इस्तीफे के बाद दोनों चुनाव साथ में हुए। लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। पर मैंने लोकतंत्र के अधिकार का इस्तेमाल किया।
मुझे जालंधर के लोगों ने विधायक बनाया
शीतल अंगुराल ने कहा कि उन्हें जालंधर के लोगों ने विधायक बनाया है। लोगों ने कहा कि हमने किसी पार्टी को वोट नहीं बल्कि तुम्हे वोट डालकर विधानसभा भेजा है। इसलिए उन्होंने कहा कि तुम अपना इस्तीफा वापिस लो।
सरकार ने मंजूर कर लिया इस्तीफा
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब सरकार ने शीतल अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। कहा जा रहा है कि सरकार ने बैकडेट में अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर लिया था। अब इस पर अंगुराल ने कहा कि अगर मेरे साथ धक्का हुआ तो मैं हाईकोर्ट जाउंगा।
अंगुराल ने AAP और जनता को धोखा दिया - पवन टीनू
जालंधर से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पवन टीनू ने कहा कि शीतल अंगुराल को जनता ने आम आदमी पार्टी से जीताया था और आप को फतवा दिया था। पर उन्होंने पार्टी और जनता दोनों को धोखा दिया। लेकिन अब शीतल अंगुराल प्लानिंग कर रहे हैं कि वह दूसरी पार्टी में भी रहें और उनकी विधायकी भी न जाए।