आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक शीतल अंगुराल का इस्तीफा विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने मंजूर करने से इंकार कर दिया है। शीतल अंगुराल ने अपना इस्तीफा 28 मार्च को विधानसभा भेज दिया था। बता दें कि लोकसभा चुनावों को लेकर पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू और शीतल अंगुराल इस समय दिल्ली में हैं।
इस्तीफे को लेकर कोर्ट जाएंगे अंगुराल
इस्तीफा मंजूर न होने पर शीतल अंगुराल ने कहा कि स्पीकर साहिब ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है, इस मामले को लेकर वह कोर्ट में जाएंगे। वहीं भाजपा की लीगल एडवाइजर टीम इसका फैसला लेगी कि आगे क्या करना है।
AAP ने नहीं किए वादे पूरे, इसलिए छोड़ी पार्टी
पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ने जो वादे किए थे उनमें से कोई भी पूरा नहीं किया। स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाना था। एयरपोर्ट और पीजीआई की तर्ज पर जालंधर में अस्पताल तैयार होना था। इसके इलावा और भी कई ऐसे काम जो आप सरकार ने नहीं किए हैं। इसलिए उनका साथ छोड़ना पड़ा।
रिंकू और शीतल को दोबारा से मिली सुरक्षा
आप के पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू और पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने जैसे ही आम आदमी पार्टी का दामन छोड़ा तो उनकी सिक्योरिटी भी पंजाब सरकार ने वापिस बुला ली। दो दिन पहले आर्डर जारी हुए थे कि सुशील कुमार रिंकू और शीतल अंगुराल की सिक्योरिटी वापिस ले ली जाए। सुरक्षा के लिहाज से केंद्र सरकार ने मंगलवार को सुशील रिंकू और शीतल अंगुराल के घर व आफिस में सुरक्षा कर्मी भेज दिए हैं।
सुशील रिंकू को मिले 18 सुरक्षाकर्मी
शीतल अंगुराल ने बताया कि सुशील रिंकू के घर 18 तो उनके ऑफिस में 11 सुरक्षा कर्मी केंद्र सरकार ने भेज दिए हैं। वह खुद इस समय दिल्ली में मौजूद हैं। वहीं लोक सभा चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार चुनाव 6 महीने बाद करवाना चाहती है। इसलिए ऐसा कर रही है। जबकि चुनाव अभी होने चाहिए ताकि आप सरकार के कार्यों के बारे में पता चल सके।