ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर सेंट्रल के विधायक रमन अरोड़ा के करप्शन केस में फरार चल रहे उनके समधी राजू मदान ने कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। सुनवाई 17 जून को होगी। राजू मदान से पहले रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा ने भी अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। बता दें कि भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस की टीम राजू मदान और राजन अरोड़ा को तलाश रही है।
राजू मदान अभी भी फरार
वहीं रमन अरोड़ा के राइट हैंड माने जाने वाले उनके समधी राजू मदान अभी भी फरार चल रहे हैं। उनकी तलाशी के लिए भी विजिलेंस की टीम अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। क्योंकि महेश मखीजा-राजू मदान दोनों रमन अरोड़ा के साथ रहते थे। ये दोनों ही रमन अरोड़ा के सबसे करीबी थे।
समधी के साथ सियासत में आए
राजू मदान यूं तो बिजनेसमैन हैं, मगर अपने समधी रमन अरोड़ा के विधायक बनने के बाद वह भी राजनीति में एक्टिव हो गए थे। इससे पहले वह धार्मिक आयोजनों में अहम भूमिका निभाते थे। करीब तीन साल राजू ने भी सियासी लीडर की तरह पूरी फीलिंग ली। वह अक्सर सामाजिक और सियासी प्रोग्राम में नजर आते थे। कई जगह तो वह रमन अरोड़ा की जगह भी जाते थे। लोग भी उन्हें रमन अरोड़ा का प्रतिनिध ही मानते थे। होशियारपुर रोड और रामामंडी के आसपास के इलाकों में राजू मदान का सियासी कद ज्यादा था। इसी इलाके में विजिलेंस को कई गड़बड़ियां मिली हैं।
मदान का ग्राफ तेजी से बढ़ा
रमन अरोड़ा के विधायक बनने के बाद राजू मदान की पापुलैरिटी का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा। नगर निगम चुनाव में राजू मदान मेयर के पद के दावेदार के रूप में भी उभरे थे, मगर जगदीश राज राजा के आम आदमी पार्टी में आने के बाद राजू मदान की ये दावेदारी खारिज हो गई थी।
गिरफ्तार या फरार तय नहीं
सूत्रों की मानें तो मदान तीन लोगों के साथ पकड़े जा चुके हैं। मगर विजिलेंस ने इसकी कोई पुष्टि नहीं की है। पंजाब के जालंधर में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक रमन अरोड़ा को विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया था। राजू मदान इस मामले में फरार चल रहे हैं। विजिलेंस को संदेह है कि राजू मदान और उनके बेटे के पास अरोड़ा की अवैध गतिविधियों से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग या दस्तावेज हैं। उनके घर पर पुलिस तैनात है, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है।