पंजाब के सबसे महंगे लाडोवाल टोल प्लाजा पर काम करने वाले कर्मचारियों ने टोल प्लाजा हड़ताल को बंद कर दिया है। लेकिन अब उनकी मांगें मान ली गई हैं। जिसके बाद टोल प्लाजा फिर से शुरू हो गया है। कंपनी ने कर्मचारियों की सैलरी में 15 फीसदी का इजाफा किया है।
वर्कर्स यूनियन पंजाब ने किया था ऐलान
टोल प्लाजा वर्कर्स यूनियन पंजाब ने घोषणा की कि 27 सितंबर को लाडोवाल टोल प्लाजा अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया जाएगा और किसी भी वाहन चालक को टोल नहीं वसूलने दिया जाएगा, लेकिन कुछ समय बाद जब कंपनी ने उनकी मांगें मान लीं तो कर्मचारियों ने फिर से टोल देना शुरू कर दिया।
सरकारी छुट्टी समेत नहीं दी जा रही अन्य सुविधाएं
दर्शन सिंह लाडी ने बताया कि टोल प्लाजा पर काम करने वाले कर्मचारियों को कोई सरकारी छुट्टी नहीं दी जा रही है और न ही उनके पीएफ में कटौती की जा रही है। उन्होंने कहा कि उक्त कंपनी ने टोल कर्मचारियों को कोई ईएसआई और वेलफेयर स्कीमों की सुविधा नहीं दी जा रही। यह सीधे मुजाजिमों के अधिकारों का हनन है।
हर दिन गुजरती हैं 70 हजार गाड़ियां
इस टोल प्लाजा पर एक दिन में करीब 70 हजार से ज्यादा गाड़ियां गुजरती हैं। इस टोल प्लाजा की एक दिन की कमाई करीब 70 लाख रुपए है। वर्कर्स यूनियन के प्रधान दर्शन सिंह लाडी ने मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्करों की मांगे लंबे समय से पूरी नहीं की जा रही है। जिसके चलते हमले यह फैसला लिया है।