श्री दरबार साहिब में पूर्व डिप्टी सुखबीर बादल पर गोली चलाने वाले नारायण सिंह चौड़ा को आज कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान पुलिस को कोर्ट ने नारायण सिंह चौड़ा का 3 दिन का रिमांड मिला है।
बीते दिन सेवा करते समय हुआ था हमला
बता दें कि बुधवार सुबह-सुबह गोल्डन टेंपल में सेवा कर रहे सुखबीर बादल पर नारायण सिंह चौड़ा ने फायरिंग की गई थी। हालांकि गोली दीवार पर लगी, जिसमें सुखबीर बादल बाल-बाल बच गये। घटना का वीडियो भी सामने आया है।
जानें कौन है नारायण सिंह चौड़ा
नारायण सिंह चौड़ा 1984 में पाकिस्तान गया था, वो हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में शामिल रहा है। पाकिस्तान में रहने के दौरान नारायण चौड़ा ने कथित तौर पर गरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य को लेकर एक किताब भी लिखी है। उसके खिलाफ 8 मई 2010 को अमृतसर के सिविल लाइंस थाने में विस्फोटक अधिनियम के तहत करीब एक दर्जन मामले दर्ज किए गए थे। वह अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) का आरोप है।
अगस्त 2018 में वो पांच साल की सजा काटकर जेल से बाहर आया था। उसके खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज हैं। उस पर करीब एक दर्जन मामले दर्ज हैं। नारायण सिंह चंडीगढ़ जेल ब्रेक कांड का भी आरोपी है।
आतंकियों की मदद करने लगा था आरोप
चंडीगढ़ की बुरैल जेल से चार खालिस्तानी आतंकी साल 2004 में फरार हो गए थे। नारायण सिंह पर इन आतंकियों की मदद करे का आरोप है। हालांकि इस मामले में कोर्ट ने आरोपियों को बरी कर कर दिया था। नारायण सिंह चौड़ा गुरादसपुर के डेराबाबा नानक का रहने वाला है। बब्बर खालसा से कनेक्शन भी है।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री दरबार साहिब के द्वार पर पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। इसके साथ ही सीएम मान ने पुलिस को घटना की तुरंत जांच कर रिपोर्ट सौंपने के सख्त निर्देश जारी किए हैं।
सीएम मान ने की कड़ी निंदा
सीएम मान ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि- पंजाब पुलिस ने आज एक बड़ी घटना होने से रोक दी। यह पंजाब पुलिस की तत्परता का ही नतीजा है कि पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की साजिश नाकाम हो गई है। पुलिस ने अपनी तत्परता से हमलावर को मौके से ही गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की। मैं पुलिस की तत्परता की सराहना करता हूं, सुखबीर बादल जी पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैंने पुलिस को घटना की तुरंत जांच कर रिपोर्ट सौंपने के सख्त निर्देश जारी किये हैं।