Pearls Group ग्रुप के मालिक निर्मल सिंह भंगू का निधन हो गया है। करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में वह तिहाड़ जेल में बंद थे। शनिवार को अचानक उनकी सेहत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां रविवार को ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
8 साल पहले CBI ने किया था अरेस्ट
निर्मल सिंह भंगू की कंपनी पर्ल ग्रुप पर चिट फंड के जरिए 50 हजार करोड़ रुपए की ठगी का आरोप था। देश के 5 करोड़ लोगों को उन्होंने अपने जाल में फंसाया था। 8 जनवरी 2016 को सीबीआई की टीम ने निर्मल भंगू को इसी मामले में अरेस्ट किया था। तब से ही भंगू तिहाड़ जेल में बंद थे।
ऐसे शुरू की थी पर्ल ग्रुप की शुरूआत
निर्मल भंगू पंजाब के बरनाला जिले में वह अलग-अलग गांव जाकर दूध बेचा करते थे। इसके बाद 70 के दशक में रोजगार की तलाश में वह कोलकाता चले गए जहां उन्होंने तब की नामी कंपनी पियरलेस में काम किया।
इसके बाद वह हरियाणा की एक कंपनी फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड में काम करने के लिए आ गए। हालांकि इस कंपनी पर भी करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप लगा था और कुछ वक्त बाद यह कंपनी भी बंद हो गई।
80 के दशक में पर्ल ग्रुप की शुरूआत की
80 के दशक तक आते-आते निर्मल भंगू ने खुद की कंपनी बनाने का फैसला किया। इन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया और इंवेस्टमेंट पर अच्छा प्रॉफिट देने का लालच दिया। यहीं से लोग उनकी कंपनी में पैसे इंवेस्ट कर रहे और डेढ़ दशक में करोड़ों रुपये कमा लिए।
इसी बीच उनकी कंपनी की गड़बड़ी की बात सामने आने के बाद इनकम टैक्स के साथ-साथ दूसरी एजेंसियों ने जांच शुरू की और कंपनी बंद हो गई। देश के अलग-अलग इलाकों से लोगों ने कंपनी के खिलाफ ठगी की शिकायत की थी। जिसके बाद जांच आगे बढ़ी और उनकी कंपनी का फ्रॉड सबके सामने आया।