पंजाब शिक्षा विभाग में सिर्फ तरस के आधार पर नियुक्त किए गए 92 प्रतिशत क्लर्क टाइपिंग पेपर पास नहीं कर पाए। शिक्षा विभाग के अधीन काम करते क्लर्कों के जुलाई में टाइप टेस्ट का रिजल्ट आ गया हैं।
ये जानकारी डायरेक्टर शिक्षा विभाग सीनियर सेकेंडरी पंजाब ने पंजाब के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों सेकेंडरी समूह सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल, समूह प्रिंसिपल डाइट और समूह बीपीओज को दो अगस्त को एक पत्र जारी करके दी थी।
क्लर्कों का पंजाबी और अंग्रेजी टाइपिंग टैस्ट जुलाई में दफ्तर भाषा विभाग, पंजाब के अलग अलग कोऑर्डिनेटर जिलों ने लिया था। ये रिजल्ट विभाग की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जा रहा है। लेकिन रिजल्ट देखे गए तो हैरान करने वाले थे क्योंकि नौकरी कर रहे परीक्षा देने वाले क्लर्कों में से सिर्फ पंजाबी में सात प्रतिशत और अंग्रेजी में 8 प्रतिशत क्लर्क ही पेपर पास कर पाए है।
123 में से 86 क्लर्कों ने पंजाबी का पेपर दिया
जानकारी के मुताबिक, राज्य में तरस के आधार पर नौकरी लेने वाले 123 क्लर्कों में से 86 क्लर्कों ने पंजाबी की टाइपिंग की परीक्षा दी।जबकि 37 लोग गैर हाजिर रहे और 86 में से सिर्फ 6 लोग ही पास हुए। पेपर देने वाले 80 फेल हो गए है। इसी तरह 123 में से 79 क्लर्कों ने अंग्रेजी टाइपिंग का पेपर दिया और 44 गैर हाजिर रहे।
7 लोग ही टाइपिंग पास कर पाए
इनमें से सिर्फ 7 लोग ही टाइपिंग पास कर पाए जबकि 72 लोग फेल हुए है। बताया जा रहा है कि गुरदासपुर के चार क्लर्क तरस के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। इसमें तीन लोगों ने टेस्ट दिए ही नहीं जबकि एक जिसने टेस्ट दिए वो भी अंग्रेजी में फेल हो गया और पंजाबी टाइपिंग में पास रहा।