खबरिस्तान नेटवर्क : बारिश के मौसम में अपने दोस्तों के साथ स्ट्रीट फूड खाने का कुछ अलग ही मजा है। लेकिन हम ये भूल जाते हैं कि वह हाईजनिक है या नहीं। वहीँ बारिश का मौसम अपने साथ कई बिमारियां भी लाता है। जिसका असर लीवर पर सबसे ज्यादा पड़ता है। ऐसे में लीवर को दुरुस्त रखने के लिए हमें खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ताकि हम अपने लीवर को नुकसान से बचा पायें। तो आज जानते हैं लीवर को किन किन खाने के चीजों से हेल्दी रखा जा सकता है।
जामुन से होता है लीवर मजबूत
जामुन में फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) होता है जो हेप्टिक इन्फ्लामेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। इसी कारण जामुन से लीवर को स्वस्थ और मजबूत बनाया जा सकता है। ये लीवर को साफ करने का काम भी करता है।
अनार से बॉडी होती है detox
अनार में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट , विटामिन और मिनरल्स होते हैं। इसके क्रिप्टोनाइट में एंटीऑक्सिडेंट फ्री रैडिकल सेल्स को खत्म करते हैं। इससे बॉडी डिटॉक्स होती है और लीवर हेल्दी रहता है।
आलूबुखारा कोलेस्ट्रॉल लेवल को मेंटेन करता है
आलूबुखारा में पॉलीफेनोल्स (polyphenols) होते हैं। ये नॉन-अल्कोहिलोक लीवर डिजीज से बचाने में मदद करता है। इस खट्टे-मीठे फल में घुलनशील फाइबर भी होते हैं। जो लीवर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को मेंटेन करते हैं।
करेला के सेवन से मिलता है पेशाब की समस्या में आराम
करेले में हमारे लीवर की कई समस्याओं को ठीक करने के गुण होते हैं। करेले का 'मोमोर्डिका चारेंटिया' (momordica charantia) लीवर में पाए जाने वाले एंजाइमों की एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटी को मजबूत बनाता है। इसका सेवन करने से पेशाब से जुडी समस्या में आराम मिलता है ।
इस मौसम में क्यों होती हैं लिवर संबंधी समस्याएं
लिवर में संक्रमण या हेपेटाइटिस (hepatitis) ज्यादातर A और E वायरस के कारण होता है। खराब भोजन या पानी से या संक्रमित व्यक्ति या वस्तु के डायरेक्ट कांटेक्ट में आने से हेपेटाइटिस A या E हो सकता है।
हेपेटाइटिस A और E क्या होता है
वायरल हेपेटाइटिस वायरस का एक समूह है (हेपेटाइटिस ए, बी, सी, दुर्लभ प्रकार डी, और ई) जो लीवर में संक्रमण और सूजन दोनों का कारण बन सकता है। वायरस आमतौर पर दूषित पानी या खाने वाली चीजों या दूषित उपकरणों का उपयोग करने वाली आक्रामक चिकित्सा प्रक्रियाओं के माध्यम से होते हैं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस मौसम में सड़क किनारे लगे फूड स्टॉल, फल बेचने वाले, सोडा या नींबू पानी वालों से चीज़ें लेकर खाना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। वहीँ कटे फलों में बैक्टीरिया बनने का ज़्यादा खतरा रहता है। साथ ही ज़्यादा दिन खुले में रखे हुए पानी में भी यह पनप सकता है ।
ये जानकारी आपको जागरूकता मात्र के लिये दी गयी है. अगर आप पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो एक बार अपने नजदीकी डॉक्टर को जरुर दिखा लें ।