जालंधर वेस्ट उपचुनाव को लेकर सियासत गरमायी हुई है। 10 जुलाई को होने वाले चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी इस विधानसभा सीट को हासिल करने में अपना पूरा जोर लगा रही है। इसी बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगने जा रहा है। जानकारी मुताबिक सीनियर नेता आप में शामिल होने जा रहा है।
सीएम मान से चल रही बातचीत
ऐसे में भाजपा उम्मीदवार शीतल अंगुराल की मुश्किलें बढ़ सकती है। हाल ही में सीएम मान कई नेताओं को आप पार्टी में शामिल करवा चुके है। इसी बीच जानकारी मिल रही है कि सीनियर नेता की भी सीएम मान के साथ मीटिंग चल रही है। जल्द ही वह आप का दामन थाम सकते है। बता दें कि वहीं आप से उम्मीदवार मोहिंदर भगत है।
2022 में 33 हजार वोट लिए थे भगत ने
मोहिंदर भगत ने 2022 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह तीसरे स्थान पर रहे थे। तब आम आदमी पार्टी के शीतल अंगुराल से उनका मुकाबला था। शीतल 39001 वोट लेकर जीते थे और मोहिंदर को 33279 वोट मिले थे। अब फिर से मुकाबला शीतल और मोहिंदर में होता है तो दोनों की पार्टियां बदल जाएंगी। इस बार शीतल भाजपा से और भगत आप से होंगे। देखना यह होगा कि भगत बिरादरी की वोट इस बार मोहिंदर के साथ जाएगी या फिर भाजपा के खाते में ही रहेगी।
आखिरी क्यों चर्चा में है विधानसभा हलका जालंधर वेस्ट
-2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू के सामने आम आदमी पार्टी की तरफ से शीतल अंगुराल को उतारना और शीतल अंगुराल का भारी मतों से रिंकू को हराकर जीत हासिल करना। शीतल अंगुराल और सुशील रिंकू के बीच 36 का आंकड़ा था। शीतल जीत के बाद रिंकू पर हावी हो गए। जिसकी वजह से यह फाइट पहली बार पंजाब स्तर पर चर्चा में आई।
-2023 के लोकसभा उपचुनाव में फिर से यह सीट हॉट केक बनी, जब आम आदमी पार्टी ने सुशील कुमार रिंकू को आप का प्रत्याशी बना दिया। रिंकू जीत कर सांसद भी बन गए। अबकी बार बाजी पलटी और एक ही पार्टी में सुशील रिंकू शीतल अंगुराल पर हावी हो गए।-2024 के लोकसभा चुनाव से पहले फिर वेस्ट सीट चर्चा में आई। क्योंकि इस बार सांसद की कुर्सी पर बैठे सुशील रिंकू ने आम आदमी पार्टी की टिकट लौटाकर भाजपा ज्वाइन कर ली और भाजपा से प्रत्याशी बने। सोने पर सुहागा तब हुआ जब शीतल अंगुराल ने भी विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर ली और रिंकू के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया। सभी को चौंका दिया। इस उल्टफेर से भी वेस्ट हलका चर्चा में आया।
-2024 लोकसभा चुनाव में वोटिंग के अलगे ही दिन शीतल अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापिस लेने को सरकार को नोटिस दिया। तब एक बार फिर से इस सीट पर बड़ी हलचल हुई। आम आदमी पार्टी ने भी शीतल के इस दांव का जवाब बड़े रोचक ढंग से उनका इस्तीफा मंजूर करके दिया। हालांकि कहा जा रहा है कि इस्तीफा बैकडेट में मंजूर किया गया, लेकिन यही राजनीति है।
- यह सीट इसलिए भी खासी चर्चित रही कि सुशील कुमार रिंकू ने जीतनी बार पार्टियां बदलीं, उतनी ही बार उनके साथ चलने वाले पार्षदों, पूर्व पार्षदों और अन्य नेताओं ने भी पार्टी बदली। सबसे ज्यादा दल बदलने और उल्टफेर का नजारा वेस्ट हलके में ही देखने को मिला।