जालंधर, विधानसभा हलका जालंधर वेस्ट उपचनाव में आम आदमी पार्टी हलका इंचार्ज मोहिंदर भगत को अपना प्रत्याशी बना सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मोहिंदर भगत के नाम पर जल्द फाइनल मोहर लगा सकती है। दावा है कि पवन कुमार टीनू और रोबिन सांपला रेस से बाहर हो गए हैं। उपचुनाव में वेस्ट हलके से उम्मीदवार उतारने को लेकर कल रात मीटिंग हुई है।
पार्टी ने अभी अधिकारिक रूप से किसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है, लेकिन मोहिंदर भगत को ही उम्मीदवार घोषित किए जाने की पूरी संभावना है। लोकसभा चुनाव हार चुके पवन कुमार टीनू का नाम भी इस रेस में था, लेकिन अब उनके नाम पर विचार नहीं किया जा रहा है। रोबिन सांपला को भी टिकट का दावेदारा नहीं बनाया गया है। वहीं भाजपा की तरफ से शीतल अंगुराल की टिकट पर अभी संशय बरकरार है। कांग्रेस ने सुरिंदर कौर के नाम पर लगभग सहमति बना ली है। जिसकी जल्द घोषणा की जा सकती है।
बता दें कि विधानसभा हलका जालंधर वेस्ट से आम आदमी पार्टी की टिकट से शीतल अंगुराल ने बड़ी जीत हासिल की थी। शीतल ने मौजूदा विधायक सुशील रिंकू को हराया था। इसके बाद शीतल अंगुराल ने रिंकू के साथ ही पार्टी बदलते हुए भाजपा ज्वाइन कर ली और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। पंजाब सरकार ने उसका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। जिसके बाद वेस्ट की सीट खाली हो गई है। अब इस पर उपचुनाव 10 जुलाई को घोषित हो चुके हैं।
भगत बिरादरी के वोट बैंक पर नजर
जालंधर वेस्ट हलके में भाजपा का सबसे बड़ा वोट बैंक भगत बिरादरी को ही माना जाता है। इसी बिरादरी के कारण भाजपा के पूर्व मंत्री भगत चूनी लाल को जीत हासिल होती रही है। ज्यादातर भगत वोट भाजपा के साथ ही चलती रही है, जिसका एकमात्र कारण भगत बिरादरी से प्रत्याशी का होना भी है। इस बार भाजपा की तरफ से भगत बिरादरी की बजाए रविदास समाज से प्रत्याशी दिया जाएगा। जिसका फायदा आम आदमी पार्टी मोहिंदर भगत को वोट देकर उठाना चाहती है। मोहिंदर भगत प्रत्याशी बनाए जाते हैं तो वे बिरादरी का बड़ा वोट बैंक साध सकते हैं।
शीतल अंगुराल की टिकट को लेकर संशय बरकरार
विधायक पद से इस्तीफे दे चुके शीतल अंगुराल को अब भाजपा से टिकट मिलने को लेकर संशय जताया जा रहा है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि शीतल अंगुराल ने भाजपा इसी शर्त पर ज्वाइन की थी कि उपचुनाव होने की सूरत में उन्हें ही भाजपा प्रत्याशी बनाया जाएगा। लेकिन अब लोकसभा प्रत्याशी रहे सुशील कुमार रिंकू भी अपने पत्नी सुनीता रिंकू के लिए टिकट मांग रहे हैं। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि शीतल अंगुराल की टिकट फंस गई है। उधर, शीतल अंगुराल ने खुद को भाजपा का प्रत्याशी मानते हुए चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
2022 में 33 हजार वोट लिए थे भगत ने
मोहिंदर भगत ने 2022 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह तीसरे स्थान पर रहे थे। तब आम आदमी पार्टी के शीतल अंगुराल से उनका मुकाबला था। शीतल 39001 वोट लेकर जीते थे और मोहिंदर को 33279 वोट मिले थे। अब फिर से मुकाबला शीतल और मोहिंदर में होता है तो दोनों की पार्टियां बदल जाएंगी। इस बार शीतल भाजपा से और भगत आप से होंगे। देखना यह होगा कि भगत बिरादरी की वोट इस बार मोहिंदर के साथ जाएगी या फिर भाजपा के खाते में ही रहेगी।
कांग्रेस से सुरिंदर कौर का नाम लगभग तय
लोकसभा चुनाव में वेस्ट हलके से जीत हासिल करने वाली कांग्रेस के हौंसले बुलंद है। इसलिए वेस्ट हलके में कांग्रेस का पलड़ा अभी भारी दिख रहा है। सांसद चरनजीत सिंह चन्नी भी कह रहे हैं कि इस बार कांग्रेस का प्रत्याशी वेस्ट हलके से ही होगा। इस समय वेस्ट हलके में सबसे सीनियर कांग्रेसी नेता पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर ही हैं। उनके नाम पर ही मोहर लगना तय बताया जा रहा है। बता दें कि सुशील रिंकू के कारण वेस्ट हलके में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। उनके अधिकतर पार्षद पार्टी छोड़कर भाजपा में चले गए हैं।