दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में विपक्ष ने राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में आज रैली बुलाई है। इसे ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) की शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, फारूख अब्दुल्ला समेत करीब 28 नेताओं के रैली में पहुंचने की उम्मीद है।
कांग्रेस ने शनिवार को कहा था कि रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली विपक्षी गठबंधन (इंडिया) की लोकतंत्र बचाओ रैली का उद्देश्य किसी व्यक्ति की रक्षा करना नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र को बचाना है।
सीएम मान सहित कई मंत्री पहुंचे
बता दें कि सीएम भगवंत सिंह मान समेत कई बड़े नेता व मंत्री शनिवार रात को दिल्ली पहुंच गए थे। इस दौरान उन्होंने केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की है। इन मंत्रियों में हरपाल सिंह चीमा, गुरमीत सिंह मीत हेयर, अमन अरोड़ा, लाल चंद कटारूचक्क व मोहाली विधायक कुलवंत सिंह शामिल हैं। वहीं, इस रैली के बहाने भाजपा को निशाना बनाया जाना है।
बता दें, इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने 17 मार्च को मुंबई में लोकसभा चुनाव का अपना बिगुल बजाया था और चुनाव तारीख की घोषणा के बाद विपक्षी गठबंधन की यह दूसरी बड़ी रैली है।
27 पार्टियां रैली में होंगी शामिल
27 पार्टियां रैली में शामिल होंगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी रैली को संबोधित करेंगे। इस रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद रहेंगीं।
वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन इस रैली में शामिल होने के लिए कल दोपहर दिल्ली पहुंचीं। उन्होंने रात में सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की। दोनों ने कहा कि हम केंद्र के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे।
वहीं बीजेपी का भी इस रैली को लेकर बयान आया है बीजेपी ने कहा सारे भ्रष्टाचारी इकट्ठे हुए है। बीजपी ने कहा कि पुराने गुनाह को छिपाने के लिए आए है।
केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल जिन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था, पर कुछ व्यक्तियों के पक्ष में आबकारी शराब घोटाले को आकार देने की साजिश में सीधे तौर पर शामिल होने का आरोप है। सीएम केजरीवाल, जिनकी ईडी हिरासत दिल्ली की एक अदालत ने 1 अप्रैल तक बढ़ा दी थी, उन पर लाभ के बदले में शराब कारोबारियों से रिश्वत मांगने का भी आरोप लगे है।