पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा व शिक्षा अनुसंधान मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज सिविल अस्पताल मोहाली में एडवांस ब्लड कॉम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट का उद्घाटन किया और दो ब्लड क्लेकशन और ट्रांसपिरेशन वैन का शुभारंभ किया।
पंजाब स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल, मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों व नर्सिंग एवं मेडिकल छात्रों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के स्वैच्छिक रक्तदान में तीसरा नेशनल रैंक हासिल करने की उपलब्धि ने राज्य के मनोबल को बढ़ाया है ताकि लोगों को रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके। इसे आगे के उपयोग के लिए सुरक्षित और सावधानीपूर्वक संभालने के लिए उचित व्यवस्था की जा सके।
उन्होंने बताया कि राज्य में पहले सरकारी जगहों में 26 ब्लड कम्पोनेंट एवं सेपरेशन यूनिट हैं और सिविल अस्पताल मोहाली में 27वीं यूनिट शुरू की गई है। इस अपग्रेडेड यूनिट में पैक्ड रेड सेल्स, फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा, प्लेटलेट्स, प्लेटलेट कंसन्ट्रेट, क्रायोप्रेसिपिटेट तथा प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा उपलब्ध होगा। जिसे इस यूनिट के एक व्यक्ति के ही खून से अलग किया जाएगा। इससे पहले यहां अन्य ब्लड कम्पोनेंट की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
उन्होंने बताया कि सीएम मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार इंडियन रेड क्रॉस लुधियाना, राजपुरा, मलेरकोटला, कोटकपूरा, बटाला, फाजिल्का, खन्ना तथा आनंदपुर साहिब सहित आठ और ब्लड सेंटर को ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट में अपग्रेड करने जा रही है।
इसके अलावा संपूर्ण रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सुनाम, डेराबस्सी, एसबीएस नगर तथा समाना में चार नए ब्लड सेंटर स्थापित करने की योजना बनाई गई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि वहां इलाज करवा रहे मरीजों को संपूर्ण रक्त और रक्त घटकों की सुविधा मुफ्त उपलब्ध है, जबकि निजी अस्पतालों को जरूरत पड़ने पर ये सेवाएं मामूली कीमत पर मुहैया करवाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य में 182 लाइसेंस प्राप्त ब्लड सेंटर हैं, जिनमें से 49 सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं, 7 सेना और 126 निजी संस्थानों की तरफ से चलाए जा रहे हैं। आज शुरू की गई ब्लड क्लेकशन और परिवहन वैन आउटडोर कैंपों के लिए फायदेमंद होगी, जिनकी क्षमता एक बार में 100 यूनिट ब्लड स्टोर की है और रक्त दान के लिए दो सोफे हैं।
स्वास्थ्य और परिवार मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब के सरकारी रक्त केंद्रों ने 2023-24 के दौरान राज्य भर में एकत्रित कुल रक्त के मुकाबले 1,83,600 यूनिट रक्त का योगदान दिया है। इसके अलावा, सरकारी अस्पतालों में डोनर्स ने स्वैच्छिक रूप से 1,82,211 यूनिट रक्त दान किया गया, जो दान का 99 प्रतिशत है। राज्य द्वारा कुल 2062 रक्तदान शिविर आयोजित किए गए जो मानवता की सेवा में एक बड़ी उपलब्धि है।
इस अवसर पर पंजाब स्वास्थ्य प्रणाली निगम के एम डी वरिंदर कुमार शर्मा, अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के निदेशक प्रिंसिपल डॉ. भवनीत भारती, एस डी एम मोहाली दमनदीप कौर, पंजाब राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के अतिरिक्त परियोजना निदेशक डॉ. बॉबी गुलाटी, संयुक्त निदेशक रक्त आधान सेवाएं पंजाब डॉ. सुनीता देवी, सिविल सर्जन डॉ. रेणु सिंह और एस एम ओ डॉ. एचएस चीमा भी मौजूद थे।