हरियाणा में नायब सैनी की दूसरी बार सरकार बनने के बाद एक्शन मोड में है। कृषि विभाग के 24 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि ये अधिकारी किसानों की ओर से पराली जलाने की घटनाओं को रोक नहीं पाए। जिसके बाद कृषि विभाग के डायरेक्टर राज नारायण कौशिक की तरफ से 9 जिलों के अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
सरकारी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, जिन 9 जिलों के अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है उनमें से सोनीपत के दो, पानीपत के दो, हिसार के दो, जींद के दो, कैथल के तीन, करनाल के तीन, फतेहाबाद के तीन, कुरुक्षेत्र के चार और अंबाला के तीन कर्मचारी शामिल हैं।
पराली जलाने की घटनाओं को नहीं रोक पाए
बताया जा रहा है कि इन सभी अधिकारियों की ड्यूटी पराली जलाने से रोकने के लिए लगाई गई थी, लेकिन ये सभी इन गतिविधियों को रोकने में विफल रहे।
18 किसानों को किया गया गिरफ्तार
इसके अलावा हरियाणा सरकार ने पिछले कुछ दिनों में कैथल जिले में 18 किसानों को खेतों में पराली जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। दिल्ली में खासतौर से अक्टूबर और नवंबर के दौरान प्रदूषण का स्तर बढ़ने के लिए अक्सर हरियाणा और पड़ोसी पंजाब में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, पिछले कुछ दिनों में पराली जलाने के लिए 18 किसानों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि यह अपराध जमानती है।
राज्य की हवा हो रही प्रदूषित
हरियाणा में कुरुक्षेत्र जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 423 पर पहुंच गया है। 14 शहरों का AQI 300 से ऊपर दर्ज किया गया। अगर प्रदूषण ऐसे ही बढ़ता गया तो हरियाणा में हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। दिल्ली-NCR में आज सुबह 8 बजे से ग्रैप-2 लागू कर दिया गया है।
दिल्ली-NCR में बढ़ा AQI
दिल्ली में सोमवार को एयर क्वालिटी 310 के पास दर्ज किया गया था। एयर क्वालिटी खराब होती देख मैनेजमैंट कमिशन ने GRAP-2 नियम लागू कर दिया है। GRAP-2 नियम लागू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में डीजल से चलने वाले जनरेटर पर रोक लगा दी गई है।
बहुत खराब हो सकती है दिल्ली की हवा
एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने कहा कि मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में दिल्ली का AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) बहुत खराब श्रेणी (301-400) में रह सकता है। ऐसा मौसम की खराब स्थिति और हवा न चलने की वजह से होगा। वहीं हवा की गुणवत्ता को और खराब होने से बचाने के लिए GRAP के दूसरे चरण के तहत सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।