हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग जारी है। शाम 4 बजे तक 54.3% वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा वोटिंग 63% यमुनानगर, उसके बाद नूंह में 60.6 और कैथल में 60.4 प्रतिशत वोटिंग हुई। सबसे कम वोटिंग 44.2 प्रतिशत फरीदाबाद में हुई।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बादशाहपुर में डाला वोट
नूंह में पथराव
जानकारी के मुताबिक, नूंह में वोटिंग के दौरान 3 जगहों बवाल हो गया। कांग्रेस, इनेलो-बसपा और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच पथराव हो गया। बवाल होने की आशंका को देखते हुए चंदेनी, ख्वाजा कलां और गुलालता में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
हिसार में BJP और कांग्रेस वर्कर्स भिड़े
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिसार में पूर्व वित्त मंत्री एवं नारनौंद से भाजपा कैंडिडेट कैप्टन अभिमन्यु और कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। एक-दूसरे पर बोगस वोटिंग कराने का आरोप लगाया।
भिवानी पोलिंग बूथ पर झड़प
वहीं, भिवानी में पोलिंग बूथ पर झड़प हो गई। यहां कमल प्रधान नाम के व्यक्ति ने कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध के कार्यकर्ताओं पर हाथापाई के आरोप लगाए हैं। कमल ने खुद को BJP का एजेंट बताया है।
बता दें कि इसका रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। जानकारी के मुताबिक, रोहतक के महम से हरियाणा जनसेवक पार्टी (HJP) के उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक बलराज कुंडू ने कांग्रेस कैंडिडेट बलराम दांगी के पिता पर हमले का आरोप लगाया। धक्कामुक्की में उनके कपड़े फट गए।
कुरुक्षेत्र से BJP के सांसद नवीन जिंदल घोड़े पर सवार होकर वोट डालने पहुंचे।
खट्टर ने करनाल में सबसे पहले वोट डाला
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल में अपने बूथ पर सबसे पहले वोट डाला। सीएम नायाब सिंह सैनी ने भी नारायणगढ़ में वोट डाला।
शूटर मनु ने कहा- मैंने पहली बार वोट डाला
शूटिंग प्लेयर और ओलिंपिक मेडलिस्ट मनु भाकर और पूर्व रेसलर विनेश फोगाट ने भी मतदान किया। मनु ने झज्जर में बताया, 'मैंने पहली बार वोट दिया। सभी वोटर्स सही कैंडिडेट चुनकर वोट डालें।'
1031 प्रत्याशी मैदान में, 464 निर्दलीय
इस चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, भूतपूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस की विनेश फोगाट के अलावा जेजेपी के दुष्यंत चौटाला समेत कुल 1,031 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। इनमें 464 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। सत्तारूढ़ बीजेपी राज्य में जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद कर रही है, जबकि कांग्रेस एक दशक बाद वापसी की उम्मीद कर रही है।