ख़बरिस्तान नेटवर्क : फिल्म इंडस्ट्री को एक और बड़ा झटका लगा है। जहां मनोज कुमार के बाद अब 8 अप्रैल को मशहूर फिल्म निर्माता सलीम अख्तर का निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वो 82 साल के थे। बता दें कि वह लंबे समय से बीमार थे और अस्पताल में वेंटिलेटर पर भर्ती थे। उनके निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर छाई हुई है। सलीम अख्तर ने कई चर्चित फिल्मों का निर्माण किया था, इंडस्ट्री में उनकी अगल ही पहचान थी।
कल होगा अंतिम संस्कार
सलीम अख्तर को बुधवार 09 अप्रैल को दोपहर 1.30 बजे जोहर की नमाज के बाद, इरला मस्जिद के पास के कब्रिस्तान में दफन किया जाएगा। सलीम साहब हिन्दी सिनेमा के काफी नामचीन निर्माता थे। सलीम अख्तर की शादी शमा अख्तर से हुई और उनके बेटे का नाम समद अख्तर हैं।
बॉलीवुड को दी सुपरहिट फिल्में
सलीम अख्तर का नाम 1980 और 1990 के दशक में काफी शुमार रहा। उन्होंने बॉलीवुड को कई सुपरहिट फिल्में दी थीं। उन्होंने कई मसाला फिल्में बनाई जो दर्शकों के बीच काफी पॉपुलर हुई थीं। इनमें 'लोहा', 'बटवारा', 'फूल', 'चोरों की बरात', 'कयामत', और अंगारे', 'बाजी', 'इज्जत' और 'बादल' जैसी फिल्में शामिल हैं। उन्होंने आमिर खान, धर्मेंद्र, बॉबी देओल और मिथुन चक्रवर्ती जैसे कलाकारों के साथ भी काम किया था।
टैलेंट स्पॉटर के नाम से फेमस
सलीम साहब का नाम न सिर्फ बेहतरीन फिल्म निर्माताओं में शुमार था बल्कि उन्हें टैलेंट स्पॉटर भी कहा जाता था। उन्होंने कई अभिनेताओं को अपने फिल्म के जरिए लॉन्च किया। जैसे कि 1997 में रानी मुखर्जी को फिल्म राजा की आएगी बारात से लॉन्च किया। फिल्म भले ही ज्यादा नहीं चल पाई मगर इस फिल्म में रानी मुखर्जी के अभिनय की काफी तारीफ की गई।
शांत सुभाव के थे सलीम साहब
सलीम अख्तर को उनके शांत और जमीन से जुड़े स्वभाव के लिए जाना जाता था। वे अपने कलाकारों और क्रू का काफी ध्यान रखते थे। उनके सभी फिल्मों में एक खासियत होती थी। वो थी: मनोरंजन पर जोर देना और सामाजिक संदेश को दर्शकों तक पहुंचना। उनकी एक अलग ही जगह थी जो अब खाली हो गई है। मगर सलीम दशकों तक लोगों के दिलों में अपनी फिल्मों के द्वारा जिंदा रहेंगे।