Do special measures on the last Amavasya of the year, you get the blessings of ancestors : सनातन धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा को बहुत खास माना गया है। अमावस्या तिथि पूर्वजों को समर्पित होती है। इस दौरान पूजा पाठ स्नान दान आदि उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है। इस साल सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर को मनाई जाएगी। हम आपको बता रहे हैं कि साल की अंतिम अमावस्या पर किन कार्यों व उपायों को करने से नया साल खुशहाल बना रहेगा और परिवार को कष्ट नहीं उठाना पड़ेगा तो आइए जानते हैं।
अमावस्या पर करें ये खास उपाय
सोमवती अमावस्या पर शिवलिंग का दूध, दही, शहद, घी से अभिषेक करें और उपवास रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। इस दिन भगवान शिव के 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र जाप करें। इसके अलावा गरीबों और जरूरतमंदों को दान भी दें। ऐसा करने से सुख समृद्धि बनी रहती है।
इस तिथि पितरों का तर्पण करना
पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें साथ ही घी का दीपक भी जलाएं। अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण जरूर करना चाहिए मान्यता है कि ऐसा करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। इस दिन शिव पार्वती की पूजा अर्चना करने से सुख समृद्धि बढ़ती है।
अमावस्या पर करें मंत्रों का जाप
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
ॐ नम: शिवाय।
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्। सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि।।
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।